क्या व्यापार करने के लिए किया गया महाकुंभ का आयोजन?
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समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने प्रयागराज में महाकुंभ में व्यवस्था को लेकर योगी सरकार पर निशाना साधा है। अखिलेश ने कहा कि राष्ट्रपति के भाषण से ज्यादा अहम है कुंभ में लापता हुए लोगों का मुद्दा। यह सरकार की जिम्मेदारी है कि वह एक नंबर जारी करे जिस पर लोग कॉल करके अपने प्रियजनों के बारे में जानकारी ले सकें। उन्होंने कहा कि कुछ लोग अभी भी वहां सड़कों पर फंसे हुए हैं। कुम्भ में आने वाले लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करना भी भारत सरकार की जिम्मेदारी है।
अखिलेश ने आगे कहा कि अगर महाकुंभ पर कितना पैसा खर्च हुआ है और सरकार कितना खर्च करेगी, इसकी जानकारी भी भाषण में शामिल थी। यूपी सरकार कह रही है कि महाकुंभ से 2 लाख करोड़ रुपये का राजस्व आएगा। उन्होंने सवाल किया कि क्या व्यापार करने के लिए महाकुंभ का आयोजन किया गया है? महाकुंभ में मौनी अमावस्या स्नान के बाद अपने घरों को लौट रहे श्रद्धालुओं को विभिन्न जगहों पर बैरिकेड लगाए जाने और जाम की वजह से भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा है।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने महाकुंभ में भगदड़ के कारण कम से कम 30 श्रद्धालुओं की मौत पर शुक्रवार को दुख जताया और घटना में घायल हुए लोगों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की। उन्होंने बजट सत्र के पहले दिन संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित करते हुए यह भी कहा कि महाकुंभ भारत की सांस्कृतिक परंपरा और सामाजिक चेतना का पर्व है। मुर्मू ने कहा, ‘‘इस समय महाकुंभ का ऐतिहासिक पर्व चल रहा है। यह भारत की सांस्कृतिक परंपरा और सामाजिक चेतना का पर्व है। करोड़ों लोग स्नान कर चुके हैं।
मौनी अमवस्या के दिन हुए हादसे पर दुख व्यक्त करती हूं। घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करती हूं।’’ प्रयागराज महाकुंभ में बुधवार को मौनी अमावस्या के स्नान के लिए लाखों लोगों के उमड़ने के बीच मची भगदड़ की घटना में 30 लोगों की मौत हो गई थी तथा 60 अन्य घायल हो गए थे।
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