मुलेठी चबाने से हेल्थ को मिलते हैं गजब के फायदे,
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मुलेठी को इंग्लिश में लिकोरिस कहते हैं। मुलेठी गले की खराश और खांसी के लिए काफी फायदेमंद होती है। आयुर्वेद में इसके कई फायदे बताएं गए हैं। कई समस्याओं को दूर करने के लिए मुलेठी का सेवन जरुर करें। आइए आपको बताते हैं मुलेठी खाने से किन 8 बीमारियों में आराम मिलता है।
मुलेठी सेवन करने के फायदे
आयुर्वेद में मुलेठी के कई सारे फायदे का जिक्र किया गया है। इसमें एंटीऑक्सीडेंट्स, एंटी इंफ्लामेटरी और एंटी माइक्रोबियल गुण होते हैं। जो गले के इंफेक्शन को खत्म कर देता है। इसके साथ ही इम्यूनिटी भी बढ़ाते हैं।
खांसी और गले में खराश ठीक होती है
मुलेठी खांसी और गले के खराश में काफी फायदेमंद होता है। मुलेठी में ब्रोन्कोडायलेटर गुण पाए जाते हैं, जो खांसी और ब्रोन्काइटिस जैसी समस्याओं में मदद करते हैं। मुलेठी को कच्चा ही चबाने से खांसी की समस्या में राहत मिलती है। वहीं मुलेठी का पानी पीने से गले की खराश दूर होता है।
इम्यून सिस्टम मजबूत रहता है
मुलेठी चबाने से इम्यूनिटी बूस्ट होती है। मुलेठी में कुछ एंजाइम होते हैं जो बॉडी में लिम्फोसाइट्स और मेक्रोफेज बनाने में मदद करता है। इन कोशिकाओं का काम शरीर में आने वाले बैक्टीरिया, एलर्जी और पॉल्यूशन से होने वाले सेल्स को नुकसान से बचाती है। इम्यूनिटी सिस्टम को बढ़ाने के लिए मुलेठी की चाय बनाकर रोजाना पिएं। यह काफी फायदेमंद होगी।
महिलाओं के लिए फायदेमंद है मुलेठी
पीरियड्स के दौरान क्रैम्पस और मेनोपॉज के समय होने वाली दिक्कतों में राहत मिलेगी। हेल्थ एक्सपर्ट ने पीसीओएस और पीसीओडी में मुलेठी खाने को कहते हैं। यह शरीर को टेस्टोस्टोरोन के लेवल को कम करने में मदद करती है।
स्किन के लिए फायदेमंद
स्किन में हो रही एलर्जी और सूजन को कम करने में मुलेठी मदद करती है। मुलेठी की मदद से स्किन पर हो रहे एक्ने की समस्या कम होती है।
एसिडिटी और अपच दूर होती है
मुलेठी के जड़ चबाने से एसिड रिफ्लक्स, हार्ट बर्न और अपच की समस्या में राहत मिलती। हेल्थलाइन रिपोर्ट के मुताबिक 2017 की स्टडी में पाया गया कि रोजाना एसिड रिफ्लक्स की समस्या में रोजाना मुलेठी की जड़ को लेना ज्यादा असरदार था।
कैंसर से लड़ने में मदद मिलती है
नेशनल कैंसर इंस्टीट्यूट के मुताबिक मुलेठी की जड़ खास तरह के कैंसर के लड़ने में मदद करती है।
अस्थमा में राहत मिलती है
बता दें कि, साल 2019 में हुई एक स्टडी के मुताबिक मुलेठी की जड़ में ग्लिसराइजिन पाया गया जो अस्थमा में राहत देता है।
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