कानून व्यवस्था नियंत्रण में
सोशल मीडिया पर भड़काऊ पोस्ट और राजकार्य में बाधा डालने वालों पर जैसलमेर पुलिस की ‘जीरो टॉलरेंस’ नीति
जयपुर 23 जून। जैसलमेर जिला पुलिस ने पोकरण में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर विधायक की तस्वीरों पर सोशल मीडिया पर अभद्र टिप्पणी और उसके बाद पुलिस थाने पर हुए हंगामे व पथराव के मामले में बड़ी कार्रवाई की है। जिला पुलिस अधीक्षक सुधीर चौधरी के निकटतम निर्देशन में, पुलिस ने इस मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए आपत्तिजनक पोस्ट करने वाले मुख्य आरोपी सहित कुल 13 लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने साफ कर दिया है कि कानून व्यवस्था को बिगाड़ने और सोशल मीडिया पर भड़काऊ सामग्री फैलाने वालों के खिलाफ ‘जीरो टॉलरेंस’ की नीति अपनाई जाएगी।
*क्या था मामला*
घटना की शुरुआत 22 जून को हुई, जब पोकरण के विधायक कार्यालय से फतेह सिंह चौक ने पुलिस थाना पोकरण में एक रिपोर्ट दर्ज कराई। रिपोर्ट में बताया गया कि अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस कार्यक्रम में विधायक पोकरण की योग क्रियाओं की तस्वीरों के साथ कुछ असामाजिक तत्वों ने फेसबुक और व्हाट्सएप ग्रुप में अभद्र भाषा में गलत कमेंट किए, जिससे अनुयायियों की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंची। इन कमेंट्स में रफीक खां मेहर वगैरह का नाम सामने आया।
*आपत्तिजनक पोस्ट करने वाला गिरफ्तार*
शिकायत मिलते ही जैसलमेर पुलिस अधीक्षक सुधीर चौधरी के निर्देश पर पोकरण पुलिस ने तत्काल एक्शन लिया और आपत्तिजनक पोस्ट करने वाले असामाजिक तत्व रफीकखां पुत्र समरूखां निवासी गोमट को दस्तयाब कर गिरफ्तार कर लिया।
*गिरफ्तारी के विरोध में हंगामा और पथराव*
रफीक खां की गिरफ्तारी के विरोध में रात करीब 10:24 बजे एडवोकेट फिरोज खां शराब के नशे में धुत थाना के सामने पहुंचा। उसने अपने मोबाइल से तस्वीरें लेकर गोमट के व्हाट्सएप ग्रुप में भेजीं और लोगों से थाना पोकरण का घेराव करने के लिए बड़ी संख्या में पहुंचने का आह्वान किया। उसके बुलावे पर लगभग 50-60 लोग थाना के मुख्य गेट पर इकट्ठा हो गए और गिरफ्तार आरोपी को छोड़ने की मांग करने लगे।
थानाधिकारी पोकरण और पुलिस जाब्ते ने भीड़ का नेतृत्व कर रहे फिरोज खां और उग्र भीड़ को समझाने का प्रयास किया, लेकिन शराब के नशे में धुत होने के कारण फिरोजखां पर कोई असर नहीं हुआ। उसने भीड़ को उकसाना शुरू कर दिया कि वे जबरदस्ती गिरफ्तार आरोपी को छुड़ाकर ले जाएं और थाने के गेट में घुसने का प्रयास करें। इसी दौरान भीड़ ने पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया। उच्च अधिकारियों के आदेश पर पुलिस ने विधि अनुसार कार्रवाई करते हुए भीड़ को खदेड़ा।
घटना की गंभीरता को देखते हुए एसपी चौधरी स्वयं मौके पर पहुंचे और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पोकरण व वृताधिकारी वृत्त पोकरण को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
*पुलिस का बड़ा एक्शन: 6 मुख्य आरोपी और 7 शांति भंग करने वाले गिरफ्तार*
घटना के संबंध में पुलिस थाना पोकरण में तुरंत प्रकरण दर्ज किया गया। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पोकरण के नेतृत्व में अलग-अलग पुलिस टीमों का गठन किया गया और त्वरित कार्रवाई करते हुए 6 मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार किया गया, जिन्होंने राजकार्य में बाधा डाली और पथराव किया। इसके अतिरिक्त, 7 अन्य असामाजिक तत्वों को शांति भंग के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। विवादित पोस्ट करने वाले आरोपी रफीकखां को पहले ही गिरफ्तार कर लिया गया था।
*राजकार्य में बाधा और उत्पात मचाने वाले:*
इस आरोप में पुलिस ने आरोपी एडवोकेट फिरोज खान पुत्र हासम खान (40), उमरदीन पुत्र मोहम्मद हनीफ (25), सलीम खान पुत्र बरकत अली (21), मोहम्मद खान पुत्र असलम खान (21), कायमदीन पुत्र छोटू खान (26) निवासी गोमट और इलियास खान पुत्र जमालदीन (25) निवासी आशापुरा को गिरफ्तार किया है।
*शांति भंग के आरोप में:*
इस आरोप में पुलिस ने आरोपी इस्माईल खां पुत्र मजीदखां (20), फजलदीन पुत्र अब्दुल रहमान (35) निवासी वार्ड नम्बर 1, पोकरण, नाजिम पुत्र जमालदीन (22) निवासी गोमट एवं मोईनुदीन पुत्र हकीम शाह (35), सिकन्दर शाह पुत्र कालु शाह (47) और नासिर अहमद पुत्र गफार शाह (27) निवासी वार्ड न0 9, पोकरण को गिरफ्तार किया है।
जिला पुलिस ने आमजन से अपील की है कि वे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर कोई भी अमर्यादित पोस्ट या कमेंट न करें। पुलिस की सोशल मीडिया पर पैनी नजर है और न्यूसेंस उत्पन्न करने वाले असामाजिक तत्वों के खिलाफ कठोर कानूनी कार्यवाही जारी रहेगी। जिला पुलिस ने आश्वस्त किया है कि कानून व्यवस्था पूरी तरह से नियंत्रण में है।
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