ट्रैफ़िक कंट्रोल बोर्ड का शहर के बाहर ई-रिक्शा नहीं चलने देने का निर्णय क्या सही कदम

व्यापारियों के विरोध के बावजूद त्रिवेणी नगर से गुजर की थड़ी एलिवेटेड रोड को मिली मंजूरी

मल्टी लेवल पार्किंग और ऑटो रिक्शा स्कोप में बढ़ोतरी

जयपुर

ट्रैफ़िक कंट्रोल बोर्ड का शहर के बाहर ई-रिक्शा नहीं चलने देने का प्रस्ताव बोर्ड की बैठक में जारी किया गया है दरअसल परकोटा क्षेत्र को छोड़कर पूरे शहर में ई-रिक्शा के संचालन पर रोक लगा दी गई है। अजमेर रोड, दिल्ली रोड और आगरा रोड सहित शहर के ओवरब्रिज पर अब ई-रिक्शा नहीं चलेंगे। गुरुवार को जेडीए के मंथन सभागार में हुई ट्रैफिक कंट्रोल बोर्ड की बैठक में यह निर्णय लिया गया। बैठक में जयपुर शहर के उन सभी मार्गों पर, जहां ई-रिक्शा/ई-कार्ट को प्रतिबंधित किया गया है, वहां मिनी बस, 8 से 10 सीटर टेंपो और सीएनजी/एलपीजी चालित ऑटो रिक्शा उपलब्ध कराने का फैसला लिया गया। साथ ही पांच हजार नए ऑटो रिक्शा स्कोप में जोड़े जाएंगे। शहर में ई-रिक्शा के सुगम संचालन के लिए एक मोबाइल एप विकसित करने के लिए परिवहन आयुक्त को पत्र भेजा गया है,ए सी हॉलों में बैठकर ऐसे ही फ़रमान जारी किए जा सकते हैं जबकि ज़मीनी हक़ीक़त यह है कि जितनी ज़रूरत लोगों को ई रिक्शा की परकोटे के भीतर है उससे कहीं अधिक ज़रूरत परकोटे के बाहर है जहाँ से यातायात के साधन ही उपलब्ध नहीं हैं और जो हैं वो किराये को लेकर मुँह फाड़ते हैं ट्रैफ़िक कंट्रोल बोर्ड के अधिकारियों को चाहिए कि वे ज़मीनी हक़ीक़त देंखे उसके बाद कोई फ़ैसला करें , हाईवे पर संचालन बंद करना सही क़दम है लेकिन मेट्रो स्टेशन,शहर के अंदर एलिवेटेड रोड,पुलिया के ऊपर से का संचालन बंद करना क्या सही क़दम होगा ?

*पार्किंग के लिए जेडीए-निगम चिह्नित करेंगे जमीन*

बैठक में तय हुआ कि जेडीए और नगर निगम मिलकर मल्टी लेवल पार्किंग के लिए जमीन चिह्नित करेंगे। जेडीसी आनंदी ने बताया कि विश्वकर्मा औद्योगिक क्षेत्र में ट्रैफिक सिग्नल लाइट के साथ ट्रैफिक पुलिस कर्मी भी तैनात किए जाएंगे।
सूचना प्रौद्योगिकी और संचार विभाग को यह कार्य सौंपा जाएगा।
एप के माध्यम से नियम उल्लंघन की स्थिति में ई-रिक्शा चालकों पर

*एलिवेटेड रोड को मिली मंजूरी*

वहीं बैठक में हुई एक और निर्णय के अनुसार त्रिवेणी नगर आरओबी से गुर्जर की थड़ी के पास गोपालपुरा बाईपास तक एलिवेटेड रोड निर्माण की डीपीआर को टीसीबी ने अनुमोदन दे दिया है। जबकि इसका विरोध स्थानीय व्यापारी करते आए हैं ,इससे पहले अप्रैल में यह प्रस्ताव पीडब्ल्यूडीसी की बैठक में पारित हुआ था।

5000 रुपए की पेनल्टी लगाने का प्रावधान किया जाएगा।

*यहां नहीं चलेंगे ई-रिक्शा*

अजमेर रोडः पुरानी चुंगी नाका से प्रस्तावित हीरापुरा बस टर्मिनल तक

आगरा रोडः घाट की गूणी से 52 फीट हनुमानजी तक

दिल्ली रोडः रामगढ़ मोड से आमेर घाटी तक मेट्रो स्टेशन मानसरोवर से 200 फीट बाईपास (अजमेर रोड)

शहर के ओवरब्रिजः भारत जोड़ो सेतु, अजमेर पुलिया, टोंक रोड पुलिया, गोपालपुरा पुलिया, दुर्गापुरा पुलिया, सांगानेर पुलिया

ई-रिक्शा और ई-कार्ट चालकों को सुगम यातायात के लिए दस दिन की ट्रेनिंग देने के निर्देश भी दिए गए हैं।

*इन रूटों पर चलेंगे ऑटो रिक्शा*

बीलवा चौराहे से खोले के हनुमानजी मंदिर तक टेंपो (8-10 सीटर चौपहिया वाहन) चलाए जाएंगे।

महापुरा से जीवन रेखा अस्पताल और सरना डूंगरी औद्योगिक क्षेत्र से मानसरोवर मेट्रो स्टेशन तक नए मार्ग खोले जाएंगे।

*दूसरे अन्य निर्णय*

शहर में जलभराव वाले स्थानों के लिए संबंधित विभागों को उचित प्रबंधन और सभी जेब्रा क्रॉसिंग से अवरोधक हटाने के निर्देश।

हीरापुरा बस टर्मिनल से शीघ्र बस संचालन के लिए क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी को निर्देश।

राष्ट्रीय राजमार्ग-52 पर गोनेर पुलिया की तर्ज पर ओवरब्रिज बनाए जाने के लिए एनएचएआई अधिकारियों को निर्देश,सरस पुलिया से ओटीएस चौराहा, अंबाबाड़ी, खातीपुरा, दूध मंडी और मालवीय नगर पुलिया पर रोड मीडियन निर्माण व ऊंचाई बढ़ाने के निर्देश।

abhay