उप मुख्यमंत्री दिया कुमारी ने की प्रदेश में पर्यटन की अपार सम्भावनाओं को देखते हुए बजट में महत्वपूर्ण घोषणाएँ

राजस्थान की उप मुख्यमंत्री व वित्त मंत्री दिया कुमारी ने की प्रदेश में पर्यटन की अपार सम्भावनाओं को देखते हुए बजट में महत्वपूर्ण घोषणाएँ की हैं उप मुख्यमंत्री के अनुसार पर्यटन क्षेत्र का विकास करने की दृष्टि से जहाँ एक ओर Rajasthan Tourism Infrastructure and Capacity Building Fund (RTICF) से 750 करोड़ (सात सौ पचास करोड़) रुपये से अधिक राशि के आधारभूत संरचना सम्बन्धी कार्य हाथ में लिये गएं हैं, वहीं प्रदेश को Global Centre Stage पर लाने के लिए देश-विदेश में Travel Bazar, Cultural Programmes, Rajasthan Calling जैसे events / road shows भी किये हैं।
आईफा आयोजन मील का पत्थर: राजस्थान पर्यटन को मिलेगी नई ऊचाई
राजस्थान में 8 एवं 9 मार्च, 2025 को प्रथम बार IIFA Awards का आयोजन गुलाबी नगरी जयपुर में होने जा रहा है। यह आयोजन राजस्थान पर्यटन के विकास में मील का पत्थर साबित होगा जो राजस्थान पर्यटन को वैश्विक स्तर पर नई ऊंचाई प्रदान करेगा। आईफा के भव्य आयोजन में राजस्थान पर्यटन विभाग महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। इस विश्व स्तरीय ब्रांडिंग से राजस्थान पर्यटन विश्व में सिरमौर बनकर उभरेगा।
पर्यटन गतिविधियों को नयी ऊँचाइयों पर ले जाने के लिए आगामी वर्ष में 975 करोड़
प्रदेश में पर्यटन गतिविधियों को नयी ऊँचाइयों पर ले जाने के लिए आगामी वर्ष में 975 करोड़ (नौ सौ पचहत्तर करोड़) रुपये के Infrastructure Development के कार्य हाथ में लिये जाने के साथ ही, विभिन्न धार्मिक स्थलों पर आधारभूत संरचना व सुविधा विकसित किये जाने सम्बन्धी कार्य करवाये जायेंगे।
विरासत संरक्षण
Heritage Tourism को बढ़ावा देने के साथ ही Iconic Tourist Destinations के रूप 10 Sites का विकास किया जाएगा।
Night Tourism के लिए 100 करोड़ रुपये
प्रदेश में Night Tourism को बढ़ावा देने हेतु (100 करोड़ रुपये) के साथ ही ऐतिहासिक कलात्मक हवेलियों के संखक्षण हेतु शेखावाटी हवेली संरक्षण योजना एवं Heritage Walk का आयोजन किया जाएगा।
*बीकानेर में गवरी देवी कला केन्द्र
लोक गायकों एवं संगीतकारों हेतु बीकानेर में गवरी देवी कला केन्द्र की स्थापना की जाएगी।
*अल्बर्ट हॉल म्यूजियम : होगा नवीनीकरण कार्य
जयपुर अल्बर्ट हॉल म्यूजियम के उन्नयन हेतु 25 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है।
*संस्कृति पोर्टल*- गांवों, मंदिरों के इतिहास को रिकॉर्ड किया जाएगा।
*हॉस्पिटलिटी स्किल सेंटर्स*
संभाग स्तर पर हॉस्पिटलिटी स्किल सेंटर्स खोले जाएंगे।
*धार्मिक आस्था और विश्वास : 95 करोड़ रुपये*
पुष्कर-अजमेर, रणथम्भौर त्रिनेत्र गणेश जी सवाई माधोपुर, जीण माता-सीकर, तनोट माता मंदिर व रामदेवरा जैसलमेर, दाऊ मदनमोहन भरतपुर व देशनोक बीकानेर आदि धार्मिक स्थलों पर श्रद्धालुओं हेतु विभिन्न सुविधायें विकसित करने के लिए 95 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है।
*झीलों का सौन्दर्याकरण, त्यौहारों पर सजावट
प्रदेश के विभिन्न झीलों के लिए सौन्दर्याकरण का कार्य किया जाएगा। त्रिवेणी संगम बेणेश्वर धाम, रामेश्वर घाट एवं बीगोद संगम को विकसित किया जएगा। 600 मंदिरों पर दीपावली, होली एवं रामनवमी जैसे प्रमुख त्योहारों पर विशेष साज-सज्जा व आरती के कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा।
*ट्राइबल टूरिस्ट सर्किट
आदिवासी बाहुल्य जिलों 100 करोड़ रुपये व्यय कर 'Tribal Tourist Circuit विकसित किया जाएगा।
*ग्रामीण पर्यटन विकास
राजस्थान सरकार ने इस बार ग्रामीण पर्यटन विकास को लक्षित किया है। इसी के अंतर्गत रूरल टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए 10 गांवों को विकसित किया जाएगा।
*सेना को सलाम*
War Museum-जैसलमेर में आधारभूत संरचना एवं सुविधायें विकसित की जाएंगी।
*सरकार हमारी श्रवण कुमार
वरिष्ठ नागरिक तीर्थ यात्रा योजना हजार वरिष्ठजन को हवाई मार्ग से यात्रा 50 हजार AC Train से तीर्थ यात्रा करवाई जाएगी।
*मंदिरो के उन्नयन के लिए 101 करोड़
विभिन्न मंदिरों के उन्नयन हेतु 101 करोड़ रुपये, मंदिरों में भोग की राशि को बढ़ाया जाकर 3 हजार रुपये प्रतिमाह एवं पुजारियों के मानदेय 7 हजार 500 रुपये प्रतिमाह किया गया है।
*जयपुर स्थापना के 300 वर्षों का उत्सव
जयपुर, वर्ष 2027 स्थापना के 300 वर्ष *गोविन्द देव जी कला महोत्सव* का आयोजन किया जाएगा।
*हवाई सफर: सुविधाओं का विकास
कोटा एयरपोर्ट के निकट Aero City बनाई जाएगी। माउंट आबू-सिरोही में Aero Sports Activities शुरु करवाई जाएगी। 29 हवाई पट्टियों को बड़े हवाई जहाज उतरने के योग्य बनाया जाएगा। प्रतापगढ़, झालावाड एवं झुंझुनू में Flying Training Organisation (FTO) बनाया जाएगा।
जयपुर, जोधपुर एवं उदयपुर में Hop-on Hop-off बस सेवा शुरू की जाएगी।
*सौंध माटी आदिधरोहर प्रलेखन योजना
जनजाति कलाकार वाद्य यंत्र, पाक कला, आस्था केन्द्रों, ऐतिहासिक महत्व के स्थल, चित्रकारी, भित्ति चित्र, काष्ठ व प्रस्थर कला, नृत्य एवं गायन के प्रलेखन कार्य हेतु सौंध माटी आदिधरोहर प्रलेखन योजना प्रारम्भ की जाएगी।
*चित्रकला के माध्यम से पर्यटन विकास
प्रदेश के प्रमुख पर्यटन स्थलों के सदृश्य स्थानों की दीवारों पर स्थानीय चित्रकारों द्वारा राजस्थान की कला एवं संस्कृति का चित्रण करती हुई Paintings चरणबद्ध रूप से करवायी जानी प्रस्तावित हैं। इस हेतु आगामी वर्ष ₹35 करोड़ का व्यय किया जायेगा।
उक्त अनुसार निश्चित ही बजट 2025—26 में राजस्थान पर्यटन विकास के नये कीर्तिमान रचेगा और इससे राजस्थान पर्यटन को पंख लगेंगे।
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