राजस्थान फोन टेपिंग प्रकरण में पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का पूर्व ओएसडी लोकेश शर्मा गिरफ्तार !
कोर्ट से मिली अग्रिम जमानत
राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के पूर्व ओएसडी लोकेश शर्मा को दिल्ली क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार कर लिया है।
गिरफ्तार होने के बाद थाने से ही उन्हें जमानत मिल गई। कुछ ही घंटों बाद लोकेश शर्मा को अदालत ने अग्रिम जमानत दे दी। मामले की जांच जारी है।
सचिन पायलट खेमे की बगावत के समय जुलाई 2020 में गहलोत सरकार पर बीजेपी ने फोन टैपिंग के आरोप लगाए गए थे। केंद्रीय मंत्री गजेंद्र शेखावत ने मार्च 2021 में दिल्ली पुलिस में एफआईआर दर्ज करवाई थी, जिसमें लोकेश शर्मा और अज्ञात पुलिस अफसरों पर फोन टैप के आरोप लगाए थे।
दरअसल, 11 दिन पहले 14 नवंबर को खुद लोकेश शर्मा ने दिल्ली हाईकोर्ट में फोन टैपिंग केस में दायर गिरफ्तारी से राहत देने और केस राजस्थान ट्रांसफर करने की याचिका वापस ले ली थी। इसे लेकर दिल्ली हाईकोर्ट में जस्टिस अनीश दयाल की बेंच में सुनवाई हुई और याचिका वापस लेने की अर्जी दी गई।
गौरतलब है कि केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने मार्च 2021 में लोकेश शर्मा सहित पुलिस अफसरों पर फोन टेपिंग का आरोप लगाते हुए दिल्ली पुलिस में केस दर्ज करवाया था। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच इस मामले में जांच कर रही है।
लोकेश शर्मा ने बयान में कहा था- पूर्व सीएम गहलोत से हो पूछताछ लोकेश शर्मा ने क्राइम ब्रांच में दिए बयानों में कहा था- फोन टैपिंग में मेरी कोई भूमिका नहीं है। अशोक गहलोत ने ही मुझे पेन ड्राइव में ऑडियो क्लिप देते हुए कहा था कि इसे मीडिया में भेज दो। मेरी फोन टैपिंग में कोई भूमिका नहीं है। अब इस मामले में जो कुछ बता सकते हैं, वह गहलोत ही बता सकते हैं। अब अशोक गहलोत से क्राइम ब्रांच पूछताछ करे। इसे लेकर लोकेश शर्मा ने अपना फोन, पेन ड्राइव और कुछ सबूत भी दिल्ली पुलिस को दिए थे।
दिल्ली क्राइम ब्रांच से पूछताछ में लोकेश शर्मा ने दिल्ली क्राइम ब्रांच को दिए बयानों में ऑडियो क्लिप सोशल मीडिया से मिलने की बात कही थी। बाद में लोकेश ने गहलोत के खिलाफ स्टैंड लेते हुए बयान बदल दिए।
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