शरीर की प्रकृति परीक्षण का कार्य हुआ प्रारंभ

आयुष मंत्रालय भारत सरकार द्वारा अब रोगी की चिकित्सा एक ही क्लिक पर उपलब्ध हो सकेगी, जयपुर के राजकीय आयुर्वेद महाविद्यालय की प्राचार्य प्रोफेसर डॉ कामिनी कौशल ने बताया की महाविद्यालय और चिकित्सालय में भारतीय चिकित्सा परिषद नई दिल्ली के दिशा निर्देशों के तहत जयपुर के सभी आम नागरिकों का नि:शुल्क प्रकृति परीक्षण कर प्रमाण पत्र दिया जा रहा है, जिससे प्रत्येक को अपने स्वास्थ्य की संपूर्ण जानकारी प्राप्त हो सकेगी, शरीर में होने वाली प्रत्येक बीमारी वात, पित्त और कफ के असंतुलित होने से होती है इस ऐप के माध्यम से उनकी संपूर्ण जानकारी प्राप्त कर रोगी की चिकित्सा सफलतापूर्वक की जा सकेगी, इसमें कुल 22 प्रश्नों का जवाब समान नागरिक से पूछा जाएगा और इसके उपरांत उसका संपूर्ण डाटा तैयार किया जा सकेगा।उन्होंने अधिक से अधिक लोगों को प्रकृति परीक्षण करने का आह्वान किया है, इस हेतु महाविद्यालय के मीडिया प्रभारी डॉ चंद्रशेखर सिंह वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी पंचकर्म विभाग, डॉ मीना मीनू बनवारी लाल नोडल अधिकारी और डॉ राहुल पाराशर ट्रेनर व कोऑर्डिनेटर से अधिक जानकारी
About The Author
Related Posts
Post Comment
Latest News

Comment List