थाने में सुसाइड मामलाः SHO समेत 6 पुलिसकर्मी लाइन हाजिर

परिवार को मुआवजा व संविदा पर नौकरी

जयपुर

जयपुर के सदर थाने में युवक द्वारा पुलिस हिरासत में आत्महत्या किए जाने के मामले ने तूल पकड़ लिया है। जयपुर पुलिस कमिश्नर बीजू जॉर्ज जोसफ ने सदर थाना प्रभारी देवेंद्र प्रताप सहित छह पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया है। इनमें सब-इंस्पेक्टर मुकेश, निरमा पूनिया, हेड कांस्टेबल सुभाष, कांस्टेबल नरेश और कांस्टेबल दिलीप शामिल हैं। इस मामले की जांच न्यायिक मजिस्ट्रेट को सौंपी गई है। साथ ही एसीपी चौमूं अशोक चौहान भी विभागीय जांच कर रहे हैं।
सूचना मिलने पर पूर्व मंत्री प्रताप सिंह खाचरीयावास सहित कई अन्य संगठनों के पदाधिकारी मौक़े पर एसएमएस अस्पताल की मोर्चरी पहुँचे कर विरोध जताया  !
उधर, मृतक के परिजनों ने एसएमएस हॉस्पिटल की मोर्चरी के बाहर धरना शुरू कर दिया था, जो सिविल लाइंस विधायक गोपाल शर्मा की मध्यस्थता के बाद समाप्त हुआ। सरकार की ओर से मृतक के परिवार को 10 लाख रुपए की आर्थिक सहायता और मनीष की पत्नी को संविदा पर नौकरी देने का आश्वासन दिया गया है।

मनीष पांडे मूलतः उत्तर प्रदेश का निवासी था और जयपुर के मानसरोवर के मांग्यावास इलाके में किराए पर रह रहा था। उसके परिवार में पत्नी और दो छोटी बेटियां हैं। पुलिस के अनुसार, मनीष शराब का आदी था और उस पर वाहन चोरी के आरोप थे।

शुक्रवार को सीसीटीवी फुटेज के आधार पर उसे बाइक चोरी के आरोप में पकड़ा था।

शनिवार को पूछताछ के लिए एचएम कार्यालय के पास स्थित एक कमरे में बैठाया गया, जहां उसने तौलिए से पंखे के पास लगे पाइप में फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। पहले उसे बनीपार्क सैटेलाइट अस्पताल और फिर एसएमएस हॉस्पिटल ले जाया गया, जहां उसकी मौत हो गई।

abhay