एसीबी का एक और भ्रष्ट एएसपी जगराम मीणा 9.35 लाख के साथ पकड़ा

राजस्थान में पहली बार ऐसा हुआ है कि मात्र एक माह के अंतराल में ही एसीबी ने अपने ही विभाग के दो एएसपी पर कार्रवाई की है।

19 मई को एसीबी के एएसपी सुरेंद्र कुमार शर्मा को पकड़ने के बाद एक बार फिर अपने ही एएसपी जगराम मीणा को भ्रष्टाचार के आरोप में पकड़ा है। शिवदासपुरा टोल पर शुक्रवार को एसीबी ने एएसपी जगराम मीणा को वसूली के 9.35 लाख के साथ पकड़ा है। जगराम एसीबी की विजिलेंस विंग के दो माह से रडार पर था। इससे पहले वह दो बार ट्रैप होते-होते बच गया था। एक बार एएसपी सुरेन्द्र पर कार्रवाई की तो जगराम झालावाड़ ही पैसे छोड़कर जयपुर आ गया। इसके बाद मामला ठंडा पड़ा तो अगली बार पैसे तो लेकर आया, लेकिन कार बदलकर आया, इसलिए पकड़ने से बच गया। अब बुधवार रात को एसीबी हैड क्वार्टर ने तबादला कर दिया तो जगराम जल्दबाजी में जो पैसे रखे थे, उन्हें लेकर जयपुर रवाना हो गया। जबकि अभी तक वहां से रिलीव नहीं हुआ है। एसीबी की प्राथमिक जांच में सामने आया कि जब भी जगराम वसूली के पैसे लेकर आता तो खुद चलाकर निजी कार से आता, नहीं तो सरकारी गाड़ी से ड्राइवर के साथ आता था।

कार्रवाई के लिए आधा दर्जन टीमें अलर्ट

एसीबी डीजी डॉ. रवि प्रकाश मेहरड़ा ने बताया कि शुक्रवार शाम को एएसपी द्वारा पैसे लेकर रवाना होने का पुख्ता इनपुट मिलने के बाद डीआईजी राजेश सिंह के सुपरविजन में आधा दर्जन टीमों को अलर्ट पर रखा था। कार्रवाई के लिए एएसपी पुष्पेंद्र सिंह राठौड़ ने नेतृत्व में टीमें भेजी गईं। करीब साढ़े 8 बजे टोल पर कार रोककर जांच की तो उसमें 9.35 लाख मिले। इसी दौरान एएसपी सुनील सिहाग के नेतृत्व में एएसपी के घर पर सर्च के लिए टीमें भेजी गईं। वहां पर तलाशी के दौरान 40.05 लाख रुपए, मालवीय नगर की पॉश कॉलोनी में एक प्लॉट के दस्तावेज, लाखों रुपए कीमत की ज्वेलरी और 40 से 45 महंगी शराब की बोतलें मिलीं। जिसके संबंध में स्थानीय पुलिस अलग से कार्रवाई कर रही है। घर पर भारी मात्रा में नकदी मिलने पर एसीबी ने नोट गिनने के लिए मशीन मंगवाई।

जगराम राजस्थान पुलिस में 1996 में एसआई पद पर भर्ती हुआ था। उसके बाद इंस्पेक्टर बना तो सीआईडी-सीबी, एसओजी, प्रतापगढ़ में दो जगह सीओ, चितौड़गढ़, एएसपी नीमराना में रहने के बाद वर्ष 2023 से एसीबी में तैनात था।

एसीबी विजिलेंस विंग एसीबी के भ्रष्ट अफसरों पर लगातार निगरानी रख रही है। एडीजी स्मिता श्रीवास्तव इसकी मॉनिटरिंग कर रही हैं।

अब कॉल डिटेल खोलेगी वसूली के राज

एएसपी जगराम पर केस दर्ज करने के बाद एसीबी इसकी कॉल डिटेल व वाट्सएप चैट खंगालेगी। इसके बाद ही यह पता चल सकेगा कि जगराम किस-किस विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों से बंदी वसूलता था।

एसीबी के इतिहास में यह पहली बार हुआ है कि अपने ही विभाग के अधिकारी भ्रष्टाचार के मामले में पकड़े जा रहे हैं। एक माह के अंतराल में दो भ्रष्ट एएसपी पकड़े गए हैं।

एसीबी के डीजी डॉ. रवि प्रकाश मेहरड़ा तीन दिन बाद रिटायर होने वाले हैं। एसीबी के हैड क्वार्टर में होने वाले डीजीपी डिस्क वितरण समारोह और रिटायरमेंट कार्यक्रम की तैयारियां चल रही थीं।

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