एमपी के आनंदपुर धाम पहुंचे प्रधानमंत्री मोदी, गुरुजी महाराज मंदिर में की पूजा-अर्चना

पीएम मोदी शुक्रवार को मध्य प्रदेश के आनंदपुर धाम में पहुंचे। यहां उन्होंने गुरुजी महाराज मंदिर में पूजा अर्चना भी की।
गौरव शर्मा चंडीगढ़: पीएम मोदी शुक्रवार को मध्य प्रदेश के अशोकनगर जिले में पहुंचे। यहां पर उन्होंने ईसागढ़ तहसील में स्थित आनंदपुर धाम मंदिर का दौरा किया। इसके साथ ही उन्होंने गुरुजी महाराज मंदिर में पूजा-अर्चना की। बता दें कि पीएम मोदी एक दिन के मध्य प्रदेश प्रवास पर अशोकनगर जिले में पहुंचे हुए हैं। इससे पहले आज दिन में पीएम मोदी अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी के दौरे पर थे। यहां उन्होंने 3884.18 करोड़ रुपये की 44 विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। इस दौरान पीएम मोदी ने 70 वर्ष से अधिक आयु के तीन बुजुर्गों को आयुष्मान कार्ड, तीन भौगोलिक संकेत (जीआई) प्रमाण पत्र भी सौंपे।
*आनंदपुर धाम में बोले पीएम मोदी*
आनंदपुर धाम पहुंचे पीएम मोदी ने कहा कि अशोकनगर के बारे में ऋषियों ने कहा था कि अशोकनगर का मतलब यहां शोक नहीं आ सकता।
*मंदिर परिसर में हैं गोशाला और अस्पताल*
बता दें कि आध्यात्मिक और पारमार्थिक उद्देश्य से बनाया गया आनंदपुर धाम मंदिर 315 हेक्टेयर क्षेत्र में फैला हुआ है। इस आनंदपुर धाम में आधुनिक गौशाला संचालित होती है, जिसमें 500 से अधिक गौवंश हैं। वहीं आनंदपुर ट्रस्ट यहां ईसागढ़ में कृषि कार्य भी कर रहा है। श्री आनंदपुर ट्रस्ट ग्राम सुखपुर तहसील ईसागढ़ में 1977 से चैरिटेबल अस्पताल संचालित हैं। यहां मरीजों के लिए 125 बिस्तरों की व्यवस्था की गई है, जिसमें इलाज का कार्य किया जाता है। यहां के अस्पताल में प्रतिदिन लगभग 600 मरीजों को ओपीडी की सुविधा दी जाती है।
*स्कूलों का भी किया जाता है संचालन*
इसके अलावा आनंदपुर धाम में संचालित अस्पताल में एमडी फिजिशियन, डेंटल स्पेशलिस्ट, एमएस जनरल सर्जरी, एम.एस. आर्थोपेडिक, कॉर्डियोलॉजिस्ट, फिजियोथेरेपिस्ट तथा आई स्पेश्लिस्ट भी पदस्थ हैं। हर साल यहां पर स्पेशल हेल्थ कैंप भी आयोजित किए जाते हैं। इसके अलावा इस ट्रस्ट के द्वारा स्कूल भी संचालित किए जाता हैं। आनंद प्राथमिक विद्यालय सुखपुर, आनंद माध्यमिक विद्यालय आनंदपुर और आनंद मिडिल स्कूल ग्राम सुखपुर का संचालन ट्र्स्ट के द्वारा किया जाता है। इन स्कूलों में 62 शिक्षक-शिक्षिकाएं कार्यरत हैं, जबकि यहां पर कुल 1215 छात्र-छात्राएं अध्ययन कर रहे हैं।
*आनंदपुर में मन आनंद से भर गया*
मोदी ने कहा कि आज आनंदपुर धाम में आकर मन अविभूत है। मैंने मंदिर में दर्शन किए। मन आनंद से भर गया। जहां का कण कण संतों ने सींचा है, जो लोगों का मार्ग प्रशस्त करते हैं, वो धरती साधारण नहीं है। इसलिए हमारे संतों ने अशोक नगर के बारे में कहा था कि यहां शोक आने से डरता है। मुझे खुशी है कि यहां बैसाखी और गुरु महाराज के अवतरण दिवस पर शामिल होने का सौभाग्य मिला है। मैं इस पवित्र अवसर पर प्रथम पादशाही अद्वैत आनंदजी महाराज सहित सभी संतों को प्रणाम करता हूं। मुझे जानकारी मिली है कि आज ही के दिन 1936 में द्वितीय पादशाही को महासमाधि दी गई थी। आज के ही दिन 1964 में तृतीय पादशाही निज स्वरूप में लीन हुए थे। मैं दोनों को श्रद्धासुमन अर्पित करता हूं। मैं मा जागेश्वरी देवी, मां बिजासन, मां जानकी करीला माता धाम को भी प्रणाम करता हूं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संबोधन शुरू। मोदी ने जय सच्चिदानंद का जयकारा लगाया। राज्यपाल मंगूभाई पटेल, ज्योतिरादित्य सिंधिया, मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव, वीडी शर्मा का नाम लेकर संबोधित किया।
*मठ की ओर से पीएम मोदी का स्वागत किया*
अद्वैत मठ की तरफ से पीएम मोदी का स्वागत किया गया। मठ की ओर से बताया गया कि जिस प्रकार हमारे पीएम के नेतृत्व में महाकुंभ का विश्वस्तरीय आयोजन हुआ। आस्था का समागम था। करोड़ों भक्तों ने आत्मिक आनंद की प्राप्ति की। ऐसा लग रहा था जैसे भगवान ने सभी को एक माला में पिरो दिया हो। जब राम मंदिर में भगवान रामलला की मूर्ति की स्थापना हो रही थी तब भी सबकुछ राममय हो गया था।
*अद्वैत मठ का प्रमुख केंद्र है आनंदपुर आश्रम*
ईसागढ़ के सेठ स्व.भजनलाल ने दिया था इस मठ के प्रथम पादशाही को आमंत्रण। वर्ष 1939 में हुई आनंदपुर आश्रम की स्थापना।
तब से अब तक आनंदपुर में रह चुके हैं पांच पादशाही और छठवें पादशाही हैं यहां के मुख्य गुरू।
टपरी से शुरू हुआ आश्रम अब 315 हेक्टेयर में फैला, व्यवस्थाएं ऐसी कि किसी राजशाही से कम नहीं।
पत्थर की ऊंची बाउंड्रीवाल से घिरा हुआ है आनंदपुर आश्रम, जिसमें सैंकड़ों सीसीटीवी कैमरे और मंदिरों के चारों तरफ खुद का निजी साफ-सुथरा सरोवर, जिसमें हमेशा भरा रहता पानी।
पांच बड़े मंदिरों के साथ सर्वसुविधायुक्त कई रिहायशी भवन इस आश्रम के अंदर मौजूद हैं।
गुरू के प्रति श्रद्धा ऐसी कि यहां आश्रम में रहने वाले करीब 800 से अधिक महिला-पुरुषों ने वोटर लिस्ट में पिता व पति के नाम की जगह लिखवाया है गुरू का नाम।
यहां महात्मा भी ऐसे जो भजन व ध्यान के साथ हजारों बीघा जमीन में करते हैं खेती।
आनंदपुर में पांच बड़े-बड़े मंदिर और हजारों लोगों के एक साथ बैठने की व्यवस्था का विशाल आलीशान सत्संग हॉल।
राज्यपाल मंगूभाई पटेल, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और मुख्य सचिव व डीजीपी भी पहुंचे.
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