राजधानी जयपुर में आज ब्राह्मण समाज के विभिन्न संगठनों के पदाधिकारियों ने राजस्थान सरकार के देवस्थान विभाग के कैबिनेट मंत्री जोराराम कुमावत से भेंट कर देवस्थान विभाग के सचिव डॉ. समित शर्मा (IAS) द्वारा की गई कथित आपत्तिजनक टिप्पणियों पर विरोध जताया और निष्पक्ष जांच, लाई डिटेक्टर तथा नार्को टेस्ट की मांग की।
27 अक्टूबर 2025 को आयोजित देवस्थान विभाग की बैठक में डॉ. समित शर्मा द्वारा मंदिरों और पुजारियों के प्रति दिए गए बयान —
“क्या आपके भगवान पुजारियों की प्रार्थनाएँ सुनते भी हैं?” —
से धार्मिक संगठनों और समाज के लोगों में गहरा आक्रोश फैल गया है।
बैठक में उपस्थित एक अधिकारी ने इसका प्रतिवाद करते हुए कहा था कि “यदि भगवान नहीं सुनते तो सरकार ने मंदिर क्यों बनवाए हैं; भगवान सबकी सुनते हैं।”
यह संवाद सोशल मीडिया और विभिन्न समाचार माध्यमों में प्रसारित होने के बाद देवस्थान सेवक संघ, सर्व ब्राह्मण महासभा, राजस्थान ब्राह्मण महासभा और अन्य संगठनों में विरोध की लहर दौड़ गई।
ज्ञापन में प्रमुख माँगें:
ब्राह्मण समाज के प्रतिनिधियों ने मंत्री श्री कुमावत को सौंपे ज्ञापन में आठ प्रमुख बिंदु रखे, जिनमें —
1. घटना की निष्पक्ष जांच और सत्यता की पुष्टि।
2. यदि टिप्पणियाँ प्रमाणित हों तो राजस्थान सिविल सेवा (आचरण) नियमावली, 1971 व संविधान के अनुच्छेद 25–28 के तहत कार्रवाई।
3. जांच के दौरान डॉ. समित शर्मा को देवस्थान विभाग से संबंधित निर्णयों से वर्जित (restrained) किया जाना।
4. सरकार द्वारा मंदिरों की गरिमा और पुजारियों के सम्मान की रक्षा हेतु सार्वजनिक आश्वासन जारी किया जाना।
5. संबंधित अधिकारियों का लाई डिटेक्टर एवं नार्को एनालिसिस टेस्ट कराया जाना।
6. बैठक की वीडियो, ऑडियो रिकॉर्डिंग और उपस्थिति रजिस्टर की जांच में सम्मिलित करना।
7. डॉ. शर्मा के विरुद्ध आईपीसी की धारा 153A, 295A, 505(2) के तहत प्राथमिकी दर्ज कर कार्रवाई।
8. देवस्थान विभाग के एक अधिकारी द्वारा ब्राह्मण समाज के विरुद्ध अशोकनगर थाने में दर्ज FIR को निरस्त करवाना शामिल है।
प्रतिनिधि मंडल में शामिल प्रमुख व्यक्ति:
ज्ञापन देने पहुंचे प्रतिनिधिमंडल में —
वरिष्ठ अधिवक्ता एवं जयपुर बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष सुनील शर्मा,
सर्व ब्राह्मण महासभा यूथ विंग के प्रदेश महासचिव प्रमोद शर्मा,
संगठन मंत्री सुनील गौड़,
श्री धर्म फाउंडेशन ट्रस्ट (रजि.) के संस्थापक एवं महासचिव गब्बर कटारा,
भाजपा के पूर्व जिला उपाध्यक्ष (जयपुर देहात) कृष कुमार शर्मा,
संयुक्त भारतीय धर्म संसद के जिला अध्यक्ष पंकज सोडाला,
अधिवक्ता महावीर शर्मा,
तथा भाजपा सिविल लाइन मंडल के उपाध्यक्ष पिंटू शर्मा एवं महामंत्री लोकेश शर्मा सहित अन्य प्रतिष्ठित सामाजिक एवं धार्मिक व्यक्तित्व उपस्थित रहे।
राज्यव्यापी आंदोलन की चेतावनी:
प्रतिनिधियों ने कहा कि यदि इस मामले में शीघ्र कार्रवाई नहीं की जाती, तो राज्यभर में ब्राह्मण समाज और धार्मिक संगठन शांतिपूर्ण आंदोलन करने को बाध्य होंगे।
उन्होंने सरकार से आग्रह किया कि आस्था और संविधान — दोनों की मर्यादा बनाए रखते हुए निष्पक्ष और पारदर्शी जांच सुनिश्चित की जाए।
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