Jaipur Municipal Corporation's "Fast Step
(One step )towards diseases
(cleanliness)" campaign
*एक तरफ़ सीवर चैम्बर में अपशिष्ट डाल कर ब्लॉक करने का काम दूसरी ओर लाइन सही करने का काम*
“Fast Step towards diseases ” campaign
(अभय सिंह चौहान)
जयपुर नगर निगम को एक स्लोगन है “एक क़दम स्वच्छता की ओर “लेकिन लग रहा है कि उनको यह स्लोगन अब बदल कर “तेज़ क़दम बीमारियों की ओर “ कर देना चाहिए
*एक गेट पर सीवर लाइन को ब्लॉक करने का दूसरे पर ठीक करने का काम*
न्यू आतिश मार्केट के एक गेट के सामने सीवर लाइन को ब्लॉक करने का काम चल रहा था और उसी समय दूसरे गेट पर ठीक करने का काम चल रहा था

जहाँ एक ओर नगर निगम ने ब्लॉक सीवर लाइन को खोलने के लिए मशीने लगा रखी है वही पास में सीवर लाइन को ब्लॉक करने के लिए प्राइवेट ठेकेदार रोज अपशिष्ट पदार्थ का कचरा डाल कर सीवर लाइन को ब्लॉक करने की पूरी तैयारी कर रहा है हैरानी की बात यह है कि जहाँ यह प्राइवेट ठेकेदार अपशिष्ट पदार्थ डालता है वहाँ सामने ही कोचिंग सेंटर हैं जहाँ बड़ी संख्या में विद्यार्थी पढ़ने आते हैं साथ ही सामने न्यू आतिश मार्केट है ,सामने और बग़ल में पेट्रोल पंप है जहाँ बड़ी संख्या में लोग ख़रीददारी करने आते हैं फिर भी ठेकेदार निर्भीक होकर रोज़ अपशिष्ट पदार्थों के टैंकरों को ख़ाली करवा देता है लेकिन नगर निगम और किसी भी जन प्रतिनिधि का इस पर ध्यान नहीं जा रहा हमारे संवाददाता को जब इस बारे में सूचना मिली तो लोगों ने बताया कि मना करने के बावजूद ठेकेदार बेख़ौफ़ होकर टेंकरों को सीवर लाइन में ख़ाली करवाता है कई बार यह सीवर लाइन फुल हो कर इसकी गंदगी सड़क पर आ जाती है जिसकी बदबू से वहाँ के लोगों का निकलना दूभर हो जाता है,
क्षेत्र के लोग सीवर चैंबर से निकले गंदे पानी की समस्या से परेशान है,ऐसे में दुर्गंधयुक्त माहौल में लोगों का आवागमन दूभर हो गया है,गंदे पानी के कारण मच्छर पनपने से मौसमी बीमारियों का भी खतरा है,निगम के अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों को भी मामले से अवगत कराने के बावजूद हालात जस के तस हैं।
जयपुर नगर निगम के अधिकारी (दोनों ही ग्रेटर और हेरिटेज )आए दिन सीवर लाइन टूटने और ब्लॉक होने की शिकायतों के बावजूद ऐसी हरकतों पर ध्यान नहीं दे रहे हैं जिस कारण से सीवर लाइन ब्लॉक या टूट रही है इसका कारण सीवर लाइन का पुरानी होने के साथ ही इस तरह से जगह जगह रूकावटें होना भी है !
नगर निगमों के सतर्कता अधिकारियों को अवैध निर्माण तो दिख जाता है जहाँ वसूली होती है लेकिन उनको जनता के हित के कार्यों नहीं दिखते हैं,जनता नगर निगम के अधिकारियों ठेकेदारों की इन कारगुजारियों से त्रस्त होकर बीमारियों की ओर तेज़ी से आगे बढ़ रही है !
भगवान् नगर निगम के अधिकारियों ,जनप्रतिनिधियों व ठेकेदारों को सद्बुद्धि दे !

















