Rakesh alias Rinku, a henchman of the
notorious Sampat Nehra gang, arrested
चूरू में जानलेवा हमला कर भागा था, आजीवन कारावास की सजा काट चुका है आरोपी
जयपुर 05 जुलाई। चूरू पुलिस ने आज एक बड़ी कामयाबी हासिल की है। कुख्यात सम्पत नेहरा गैंग के सक्रिय सदस्य और ₹10,000 के इनामी बदमाश राकेश उर्फ रिंकू पुत्र सतवीर उर्फ फौजी जाट निवासी खैरु बड़ी थाना हमीरवास को गिरफ्तार कर लिया गया है। यह बदमाश पिछले साल नवंबर में राजगढ़ में हुए एक जानलेवा हमले में मुख्य आरोपी था।
जिला पुलिस अधीक्षक जय यादव ने बताया कि यह मामला 20 नवंबर, 2024 का है। परिवादी नवीन सिंह ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि वे अपने पिता और चार अन्य लोगों के साथ राजगढ़ कोर्ट में एक तारीख पेशी पर गवाही देने गए थे। वापस लौटते समय, पिलानी बाईपास के पास रड़वा पुलिया पर विपक्षी पक्ष के बदमाशों ने तीन गाड़ियों में सवार होकर उनकी गाड़ी को जान से मारने की नीयत से बार-बार टक्कर मारी। गाड़ी पुलिया से करीब 15 फुट नीचे जा गिरी।
इसके बाद हमलावरों ने गाड़ी में बैठे सभी लोगों को बाहर निकाला और लोहे की रॉड से बेरहमी से पीटा। इस हमले में नवीन सिंह के पिता रेवंत सिंह के दोनों पैर और दाहिना हाथ टूट गया, सहदेव सिंह के दोनों हाथ और दोनों पैर टूट गए जबकि महावीर मेघवाल के सिर और हाथ-पैरों में गंभीर चोटें आईं। इस मामले में राजगढ़ थाना में विभिन्न धाराओं, जिनमें एससी एसटी एक्ट भी शामिल है के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू की गई थी।
मामले की गंभीरता को देखते हुए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राजगढ़ किशोरी लाल और सहायक पुलिस अधीक्षक निश्चय प्रसाद एम प्रोबेशनर आईपीएस के निर्देशन में थानाधिकारी राजगढ़ राजेश कुमार सिहाग के नेतृत्व में एक टीम बनाई गई। इस मामले में पहले ही दो आरोपियों कृष्ण कुमार और अरविंद उर्फ मोनू को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेजा जा चुका था, लेकिन राकेश उर्फ रिंकू फरार चल रहा था। उसकी गिरफ्तारी के लिए चूरू पुलिस अधीक्षक कार्यालय से ₹10,000 का इनाम भी घोषित किया गया था।
लगातार प्रयासों के बाद शनिवार 5 जुलाई को पुलिस टीम ने राकेश उर्फ रिंकू को ढूंढ निकाला और गहन पूछताछ के बाद उसे गिरफ्तार कर लिया। उससे घटना के संबंध में आगे की पूछताछ की जा रही है।
*हत्या के मामले में काट चुका है आजीवन कारावास*
एसपी यादव ने बताया कि राकेश उर्फ रिंकू का आपराधिक रिकॉर्ड काफी लंबा है। वह वर्ष 2015 में हरियाणा के बहल थाना क्षेत्र में एक हत्या के मामले में आजीवन कारावास की सजा काट चुका है। वह मार्च 2024 में ही जमानत पर बाहर आया था और उसके कुछ ही समय बाद उसने इस जानलेवा हमले को अंजाम दिया।
जांच में यह भी सामने आया है कि इस जानलेवा हमले के पीछे की वजह आरोपी संजय निवासी खैरू बड़ी, थाना हमीरवास की परिवादी पक्ष से चल रही पुरानी मुकदमेबाजी और रंजिश थी। संजय ने अपने साथियों के साथ मिलकर इस वारदात को अंजाम दिया।
इस सफल ऑपरेशन में एसएचओ हमीरवास जयकुमार भादू, एएसआई महेंद्र सिंह, कांस्टेबल दिनेश कुमार और सज्जन कुमार शामिल थे।
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