नरसिंहपुर गोटेगांव/ मुकेश राय
जैंसा की हम सभी जानते हैं कि परमहंसी गंगा आश्रम पूज्य ब्रह्मलीन द्विपीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य जी महाराज की पावन तपस्थली है ।
पूज्य द्वारकाशारदापीठाधीश्वर जी महाराज का चातुर्मास्य यहाँ पर हो रहा है यह हम सभी का परम सौभाग्य है । प्रति सोमवार महाराजश्री जी भगवान् शिव के मंदिर जाकर विशिष्टोपचार पूजन करते हैं । प्रथम श्रावण सोमवार को पूज्य महाराजश्री जी का आगमन श्री लोधेश्वर मंदिर में हुआ था ।
आज श्रावण मास के द्वितीय सोमवार में पूज्य द्वारकाशारदापीठाधीश्वर महाराजश्री जी ने श्री सिद्धेश्वर महादेव का पूजन अभिषेक किया । यह वही स्थान है जहाँ पर पूज्य ब्रह्मलीन द्विपीठाधीश्वर जगद्गुरु शज्र्राचार्य जी महाराज ने तपस्या काल में प्रत्यक्ष श्री सिद्धेश्वर भगवान् का साक्षात्कार किया था यहाँ की बड़ी महिमा है ।
महाराज जी की आज्ञा से शिवलिंग के दर्शन एवं धूनी की 7 बार परिक्रमा कर के अनगिनत भक्तों के संकट दूर हुये हैं ।
वर्तमान द्वारकाशारदापीठाधीश्वर महाराजश्री जी ने भी अपने साधनाकाल में गुरुजी की आज्ञा से
गुरु-गुफा में निवास कर भगवान् श्री सिद्धेश्वर महादेव की बहुत सेवा की । आज भी ऐसे अनेक भक्त हैं जिनकी अनेक कामनायें चाहे स्वास्थ्य हो या बाहरी बाधा या पुत्रादि संतान की कामना रिद्धि सिद्धि प्राप्त की है । हम सभी लोग भी ऐंसे सिद्ध दिव्य दरबार का लाभ लें और अपने कष्टों से मुक्ति पायें ।
दिव्य अभिषेक के यजमान श्सत्यप्रकाश अग्रवाल , प्रिय कुमार अग्रवाल उपस्थित रहे एवं दिव्य अभिषेक आचार्य पंडित राजकुमार शास्त्री जी के साथ वैदिक विद्वानों द्वारा सम्पन्न कराया गया पूज्य महाराजश्री जी के साथ में उनके दंडी सन्यासी शिष्य स्वामी राघवानन्द तीर्थ
स्वामी दामोदरानन्द सहित ब्रह्मचारी ध्यानानन्द , ब्र. चैतन्य स्वरुप जी, ब्र. विमलानन्द उपस्थित रहे । दिव्य अभिषेक के पश्चात भक्तों द्वारा पूज्य महाराजश्री जी का पादुकापूजन सम्पन्न हुआ एवं भगवान् को लगाए हुए भोग प्रसाद का वितरण सभी को किया गया ।

















