ब्रह्माकुमारीज़ के राजयोग भवन में छः दिवसीय किड्स समर कार्निवल संपन्न

बच्चों ने हर परिस्थिति में सकारात्मक जीवन जीने की कला सीखी।

– बच्चों को पढ़ाई, पेरेंट्स और परिवार में सामंजस्य बनाने के गुर सिखाए।

प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय शाखा टोंक के राजयोग भवन में बच्चों का सुसंस्कारित जीवन बनाने एवं उनमें नैतिक व मानवीय मूल्यों को विकसित करने के उद्देश्य से छः दिवसीय किड्स समर कार्निवल का आयोजन किया गया। जिसमें बच्चों की आयु के अनुसार एंजेल व डायमंड ग्रुप बनाकर डांस, म्यूजिक, पेंटिंग, स्पोर्ट्स, जुंबा, वर्कशॉप, मेडिटेशन आदि कई प्रकार की रचनात्मक एक्टिविटी करवाई गई तथा प्रथम , द्वितीय व तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले बच्चों को पुरस्करित किया तथा कार्निवल में भाग लेने वाले सभी बच्चों को गिफ्ट दिया गया। साथ ही बच्चों में उत्पन्न तनाव से मुक्त जीवन के साथ पढ़ाई, पेरेंट्स और परिवार में सामंजस्य बनाने के गुर सिखाए गए।

कार्निवल प्रभारी ब्रह्माकुमारी गुंजन दीदी ने बच्चों के शारीरिक, मानसिक व आध्यात्मिक विकास के लिए एक्सरसाइज, राजयोग मेडिटेशन के साथ हेल्दी फूड का महत्व बताते हुए इसे जीवन में उतारने का दृढ़ संकल्प करवाया। उन्होंने एग्जाम के समय स्वयं को सकारात्मक रहने के अनेक टिप्स दिए। इसके साथ ही उन्होंने प्रैक्टिकल उदाहरण देकर बच्चों को बताया कि पॉजिटिव थिंकिंग हमारे जीवन के लिए कितनी आवश्यक है। साथ ही मोरल वैल्यूज को इंक्रीज करना सिखाया, वहीं एंजेलिक साइलेंस से बड़ी से बड़ी समस्या का समाधान किया जा सकता है। उन्होंने सवेरे उठने से लेकर रात सोने तक की दैनिक दिनचर्या को सेट करना सिखाया।
दीदी ने बच्चों के पेरेंट्स से कहा कि बच्चों को समय दे उनसे फ्रेंडली व्यवहार करें ताकि वह सब कुछ आपको बता सके। बच्चों की भावनाओं को समझ कर उनके लिए सकारात्मक भाव से निर्णय ले।

वहीं स्थानीय सेवा केंद्र प्रभारी ब्रह्माकुमारी अपर्णा दीदी ने बच्चों से कहा कि यह समय स्वयं को तैयार करने का समय है, इसलिए अभी के संस्कार आप सभी के जीवन की नींव है जिस पर भविष्य की इमारत टिकी होगी। सदा याद रखे कि संसार की सर्वोच्च सता सर्वशक्तिमान हमारे साथ हैं इसलिए भय व चिंता से मुक्त रहना है। किसी भी बात में घबराना नहीं है, हर समस्या का समाधान किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि आप सभी को भारत की दैवीय संस्कृति अपनाकर भारत को स्वर्णिम भारत बनाना है।
वहीं दीदी ने पेरेंट्स से कहा कि हमारे कर्मों का प्रभाव बच्चों पर पड़ता है वर्तमान समय बच्चे वही करते हैं जो देखते हैं इसलिए इस बात का ध्यान रखते हुए श्रेष्ठ कर्म करें ताकि बच्चों में श्रेष्ठ संस्कार का बीजारोपण हो और वहीं श्रेष्ठ संस्कारों का बीज जब भविष्य में सुंदर फल अर्थात एक सफल नागरिक बनकर समाज को श्रेष्ठ दिशा देने का कार्य करेगा,तो समाज में व्याप्त बुराइयां समाप्त हो जाएगी और मूल्यनिष्ट समाज का निर्माण होगा।
दीदी ने कहा कि बच्चों के लिए अब हर महीने में एक दिन इस प्रकार का कार्यक्रम रखा जाएगा।

कार्निवल में माइंड मैनेजमेंट ट्रेनर अपूर्वा बहन ने बच्चों को हेड राइटिंग में सुधार एवं परीक्षा की तैयारी करने की अनेक विधियां बताई तथा बच्चों के द्वारा पूछे गए सभी प्रश्नों का सहज एवं सरल भाषा में उत्तर दिया।

कार्यक्रम के दौरान न्यूज़ 18 राजस्थान के टोंक संवाददाता दौलत पारीक,श्री श्याम हॉस्टल के निर्देशक एवं फिजिक्स लेक्चरर रितुराज धवन ने अपने जीवन के अनुभव सुनाते हुए बच्चों को शुभ प्रेरणाएं दी।

कार्निवल में नियमित भाग लेने बच्चे चिरायु,अंजलि, राही, अक्षिता, वंशिका, नक्ष, रुचित सहित अनेक बच्चों ने अपने अनुभव सुनाए।

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