The meaning of the activism of all
the factions of Rajasthan Congress
डोटासरा का अध्यक्ष पद अभी दो साल और रहेगा बरकरार ?
अभय सिंह चौहान
राजस्थान कांग्रेस के सभी गुट इन दिनों अप्रत्याशित रूप से सक्रिय नज़र आ रहे हैं यह सक्रियता आने वाले निकाय चुनावों को लेकर है या इसके पीछे कोई और राजनीतिक कारण है इसका विश्लेषण राजनीतिक विश्लेषक कर रहे हैं शुक्रवार को जहाँ अशोक गहलोत करौली जिले के हिंडौन क्षेत्र में बाढ़ गांव में महात्मा ज्योतिबा फुले एवं सावित्री बाई फुले की मूर्ति अनावरण कार्यक्रम में पहुँचे ,वही सचिन पायलट अलवर के तूफ़ान में दौरों पर रहे साथ ही प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा और नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली सहित AICC राजस्थान प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा
ने उदयपुर में कार्यकर्ताओं के सम्मेलन को संबोधित कर कार्यकर्ताओं से मुलाक़ात कर उनका फीडबैक लिया, शनिवार को प्रदेश प्रभारी सुखविन्दर सिंह रंधावा ,प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ,नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली और पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट की हुई बैठक भी चर्चा का विषय बनी हुई है ,
रविवार छह जुलाई को मानसरोवर में प्रदेश कांग्रेस के नए कार्यालय का नींव पूजन में इन सभी नेताओं की उपस्थिति रहेगी राजनीतिक विशेषज्ञ अब यह क़यास लगाने में लगे हुए हैं कि विधानसभा चुनावों में अभी साढ़े तीन साल बाक़ी है लेकिन प्रदेश कांग्रेस के सभी गुट इस समय सक्रिय नज़र आ रहे हैं यह सक्रियता निकाय चुनावों को लेकर तो नहीं हो सकती जो दिसंबर में होने प्रस्तावित है मिली जानकारी के अनुसार जहाँ अशोक गहलोत और सचिन पायलट अपने दम पर अपने कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ाने का प्रयास कर रहे हैं वहीं डोटासरा और टीकाराम जूली प्रभारी रंधावा के साथ मिलकर प्रदेश में कांग्रेस को मज़बूत करने का प्रयास कर रहे हैं या ये कहें कि सभी गुट अपने अपने स्तर पर आलाकमान को प्रदेश में अपनी सक्रियता दिखाने का प्रयास कर रहे हैं इसके पीछे प्रदेश अध्यक्ष बदलने की कवायद हो सकती है लेकिन सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार आलाकमान सहित प्रदेश कांग्रेस का कोई भी गुट इस समय इस ज़िम्मेदारी को लेने के लिए तैयार नहीं है क्योंकि यह साढ़े तीन साल का समय चुनौतियों से भरा है जहाँ सत्ता पक्ष के ख़िलाफ़ आंदोलन के लिए कार्यकर्ताओं की एक जुटता के साथ ही धन की आवश्यकता भी होगी , ऐसे में डोटासरा का प्रदेश अध्यक्ष पद अभी दो साल तक बरकरार रहने की संभावना लग रही है इस बीच कांग्रेस के नए भवन के निर्माण के लिए भी धन की व्यवस्था डोटासरा से बेहतर इस समय कोई नहीं कर सकता ,दूसरी ओर पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बयानों के आधार पर प्रदेश की भाजपा सरकार पर यदि कोई संकट नज़र आ रहा है तो ऐसे में कांग्रेस की क्या भूमिका होगी इसको लेकर भी कांग्रेस की सक्रियता बढ़ने की संभावना लग रही है होगा क्या यह है तो आने वाला समय ही बताएगा !

















