Traffic control board imposed a ban on e-rickshaws, Jaipur Metro signed an MOU to run them!
जयपुर
अभी हाल ही में जयपुर विकास प्राधिकरण में ट्रैफ़िक कंट्रोल बोर्ड की हुई बैठक में शहर के बाहर ई रिक्शा नहीं चलाने का निर्णय लिया गया था इसमें मानसरोवर मेट्रो स्टेशन सहित कई जगह ई रिक्शा नहीं चलने देने का निर्णय लिया गया था लेकिन अब जयपुर मेट्रो ने मानसरोवर सहित पाँच मेट्रो स्टेशनों पर ई रिक्शा चलाने के लिए एक प्राइवेट कंपनी से MOU साइन किया है ,मिली जानकारी के अनुसार ज्यादा से ज्यादा लोगों को मेट्रो से जोड़ने के उद्देश्य से एमएनआईटी स्थित एमआईआईसी के आजीविका ई-मोबिलिटी इंडिया प्राइवेट लिमिटेड ईवी स्टार्टअप ने बुधवार को जयपुर मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (जेएमआरसी) के साथ एमओयू साइन किया है। इसके तहत 15 जुलाई से जयपुर में ई-रिक्शा और ई-ऑटो सुविधा शुरू की जाएगी।
पहले फेज में जयपुर के 11 स्टेशन में से मानसरोवर, न्यू आतिश मार्केट, विवेक विहार, राम नगर और रेलवे स्टेशन से सुविधा शुरू होगी,मिनिमम 1 और मैक्सिमम 5 किमी के दायरे में सुविधा उपलब्ध करवाई जाएगी। जयपुर मेट्रो का उद्देश्य अधिक से लोगों को मेट्रो से ट्रेवल के लिए प्रोत्साहित करना है। गौरतलब है कि करीब 2 महीने पहले उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन के साथ एमओयू साइन करके कानपुर, आगरा और लखनऊ में इसी तरह की सुविधा शुरू कर चुके हैं। जल्दी ही दिल्ली एनसीआर में इस तरह की सुविधा शुरू करेंगे।
जयपुर मेट्रो का यह क़दम सराहनीय है लेकिन अब ट्रैफ़िक कंट्रोल बोर्ड के उस आदेश का क्या होगा जिसके तहत जयपुर से बाहर ई रिक्शे बंद किए जाएंगे ख़ासकर मानसरोवर मेट्रो स्टेशन से ?
ज्ञातव्य है कि ट्रैफ़िक कंट्रोल बोर्ड की मीटिंग में हुए निर्णय पर दैनिक चमकता राजस्थान ने शहर के बाहर ई रिक्शा नहीं चलाए जाने पर सवाल उठाए थे
ई रिक्शा शहर की लाइफ़लाइन बन चुका है और प्रशासन के पास इतने इंतज़ाम नहीं है कि वह शहर के बाहर जगह जगह यातायात के दूसरे साधन उपलब्ध करा सके ट्रैफ़िक कंट्रोल बोर्ड का यह निर्णय पूरी तरह एप्रासंगिक था बोर्ड को अपने इस निर्णय पर पुनर्विचार करना चाहिए


















