पीएम सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना में अब अलग-अलग फाइल लगाने की नहीं होगी जरूरत-आरती डोगरा
जयपुर, 12 नवम्बर। पीएम सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना में रूफ टॉप सोलर कनेक्शन देने के काम को त्वरित एवं सुगम बनाने के लिए जयपुर विद्युत वितरण निगम ने मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) जारी की है। इसमें आवेदकों तथा वेंडर्स के लिए आवश्यक प्रक्रियाओं को कम करने के साथ ही डिस्कॉम के स्तर पर किए जाने वाले कामों को ऑनलाइन किया जा रहा है। जिससे लोड बढ़ाने, मीटर टेस्टिंग, साइट वेरीफिकेशन जैसे कामों के लिए आवेदक को कार्यालय जाने और अलग-अलग फाइल लगाने की आवश्यकता नहीं रहेगी।
डिस्कॉम्स चेयरमैन एवं जयपुर विद्युत वितरण निगम की प्रबंध निदेशक सुश्री आरती डोगरा ने बताया कि पूर्व में आवेदकों तथा वेंडर्स को संबंधित प्रक्रियाओं तथा दस्तावेज की पूर्ति के लिए सब डिवीजन कार्यालय के कई चक्कर लगाने पड़ते थे। अब इनसे संबंधित कार्यों को ऑनलाइन किया जा रहा है।
डिस्कॉम्स चेयरमैन ने बताया कि डिस्कॉम्स के एनसीएमएस मॉडयूल में पीएम सूर्यघर से संबंधित मैन्यू का ऑप्शन विकसित किया गया है। जिसके जरिए पीएम सूर्यघर योजना में आवेदकों के 10 किलोवाट भार से संबंधित कनेक्शन तत्परता से ऑनलाइन जारी किए जा सकेंगे। आवेदित एसपीवी की क्षमता स्वीकृत लोड से अधिक होने पर आवेदक को अब भार वृद्धि के लिए अलग से आवेदन करने की आवश्यकता नहीं होगी।
लोड एक्सटेंशन, सिंगल फेज से थ्री फेज में कन्वर्ट कराने का काम अब रूफ टॉप सोलर तथा नेट और सोलर मीटर स्थापित करते समय किया जा सकेगा। आवेदक को इसके लिए अलग से फाइल लगाने तथा डिमांड नोट के साथ बढी हुई सिक्योरिटी राशि जमा करने की आवश्यकता अब नहीं होगी। आवेदकों को टेस्टिंग के लिए मीटर जमा कराते समय मीटर टेस्टिंग शुल्क और आवेदन शुल्क नहीं देना होगा। डिमांड नोट राशि, मीटर टेस्टिंग फीस और अन्य देय चार्जेज अब उन्हें इंस्टालेशन रिपोर्ट से पूर्व ही जमा कराने होंगे।
इंस्टालेशन रिपोर्ट प्राप्त होने के साथ ही पोर्टल पर सभी दस्तावेज अपलोड करने, डिमांड नोट फीस, मीटर परीक्षण शुल्क तथा अन्य देय चार्जेज जमा कराते ही कंज्यूमर शाखा के क्लर्क द्वारा मीटर कनेक्शन ऑर्डर जारी कर दिया जाएगा और संबंधित कनिष्ठ अभियंता को रूफ टॉप सोलर संयंत्र स्थापित करने के लिए ऑनलाइन अग्रेषित कर दिया जाएगा।
सुश्री डोगरा ने बताया कि पीएम सूर्यघर योजना में आवेदकों के लिए अब अलग से प्राथमिकता निर्धारित की जाएगी। इसी तरह वेंडर सर्किल कार्यालयों में न्यूनतम 10 नेट मीटर तथा सोलर मीटर जमा करा सकेंगे। अधीक्षण अभियंता इन मीटरों को यथाशीघ्र परीक्षण के लिए लैब में भेज सकेंगे तथा परीक्षण के बाद मांग के अनुरूप मीटरों को सहायक अभियंता कार्यालयों को उपलब्ध कराएंगे। ताकि संबंधित वेंडर द्वारा जल्द रूफ टॉप सोलर स्थापित किए जा सकें।
प्रतिदिन करना होगा लॉगइन
सुश्री डोगरा ने बताया कि कंज्यूमर क्लर्क तथा सहायक अभियंता (ओ एंड एम) को प्रतिदिन पीएम सूर्यघर पोर्टल पर लॉगइन कर प्राप्त होने वाले आवेदनों की सूची को डाउनलोड करने तथा आवेदकों से तत्परता से सम्पर्क करने के निर्देश दिए गए हैं। सहायक अभियंताओं को वे सभी उपाय सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं ताकि आवेदकों को रूफ टॉप सोलर स्थापित करने के लिए कार्यालय कम से कम आना पड़े।
प्रदेश में 16,572 घरों में रूफ टॉप सोलर
उल्लेखनीय है कि रूफ टॉप सोलर के माध्यम से बिजली उपभोक्ताओं को सस्ती एवं सुलभ सौर ऊर्जा से जोड़ने की दिशा में प्रधानमंत्री सूर्यघर निशुल्क बिजली योजना एक महत्वपूर्ण पहल है। इस योजना में अधिकतम तीन किलोवाट क्षमता के सौर ऊर्जा संयंत्र पर 78 हजार रूपए तक का अनुदान देय है। योजना के तहत प्रदेश में अब तक 16,572 घरों में सोलर पैनल लगाए जा चुके हैं। इनमें जयपुर विद्युत वितरण निगम में 6,217 , अजमेर डिस्कॉम में 5,479 तथा जोधपुर डिस्कॉम में 4,876 घरों में रूफ टॉप संयंत्र लगाए गए हैं।
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अभिषेक जैन/प्रियंका
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