स्कूल शिक्षा का सिलेबस बदलने की चर्चा : पाठ्यक्रम की समीक्षा के लिए कमेटी के साेढ़ाणी अध्यक्ष व बिस्सा सदस्य हाेंगे
बीकानेर । राज्य की भारतीय जनता पार्टी सरकार प्रदेश के सरकारी व प्राइवेट स्कूल्स में चल रहे पाठ्यक्रम की समीक्षा करेगी। इसके लिए शिक्षा मंत्री मदन दिलावर के निर्देश पर एक कमेटी का गठन कर दिया गया है, जिसकी जिम्मेदारी कोटा के वर्द्धमान महावीर खुला विश्वविद्यालय के कुलपति कैलाश सोढा़णी को दी गई है। कमेटी में रिटायर्ड आईएएस व प्रारम्भिक शिक्षा के निदेशक रह चुके श्याम सुंदर बिस्सा को भी शामिल किया गया है।
समीक्षा समिति एक महीने में अपनी रिपोर्ट सरकार को पेश करेगी। जिसके आधार पर वर्तमान पाठ्यक्रम में पढ़ाए जा रहे चेप्टर से उन हिस्सों को हटाया जाएगा जो वर्तमान सरकार की नजर में अनुचित है। जिसमें गोधरा कांड का एक चेप्टर भी शामिल है। सरकार का दावा है कि परिवर्तन के बाद आने वाला पाठ्यक्रम राष्ट्रीय भावना के साथ आएगा।
ये होंगे समिति में
वर्धमान महावीर खुला विश्वविद्यालय कोटा के कुलपति प्रो. कैलाश सोढाणी को अध्यक्ष का जिम्मा दिया गया है। वहीं प्रारम्भिक शिक्षा के निदेशक रह चुके गांधीवादी विचारक रिटायर्ड आईएएस श्याम सुंदर बिस्सा को समिति में शामिल किया गया है। शिक्षाविद् हनुमान सिंह राठौड़ उपाध्यक्ष होंगे। समिति में शिक्षाविद् डी. रामाकृष्ण राव को सलाहकार सदस्य बनाया है। सदस्य सचिव के रूप में शिक्षामंत्री के विशेषाधिकारी सतीश कुमार गुप्ता कार्य करेंगे। समिति में पूर्व कुलपति कोटा यूनिवर्सिटी तथा पूर्व सदस्य राजस्थान लोक सेवा आयोग प्रो. प्रमेंद्र कुमार दशोरा, माध्यमिक शिक्षा बोर्ड अजमेर के पूर्व अध्यक्ष भारत राम, जयंतीलाल खंडेलवाल व कन्हैया लाल बेरीवाल सेवानिवृत्त आईपीएस को भी समिति में सदस्य नियुक्त किया है।
ये समिति स्कूली पाठ्यक्रम की विषय वस्तु, छायाचित्र, रेखाचित्र, सामग्री संकलन, व्याख्या का अध्ययन एवं समीक्षा कर 30 दिवस में अपने सुझाव राजस्थान राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद उदयपुर को प्रस्तुत करेगी।
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