पवन कल्याण ने की थी रूसी बाला से तीसरी शादी,जन्म दिवस पर विशेष
पवन कल्याण दक्षिण भारत के वो अभिनेता हैं, जिन्हें लोग ‘पावर स्टार’ के नाम से जानते हैं। वह साउथ के सबसे लोकप्रिय अभिनेताओं में से एक हैं। उनके प्रशंसक उनपर अपनी जान लुटाते हैं। पवन ने ना सिर्फ अभिनय बल्कि राजनीति में भी अपना परचम बुलंद किया है। आज वह अपना 56वां जन्मदिन मना रहे हैं। आइए आज उनके जीवन से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण बातों के बारे में जानते हैं।
पवन कल्याण का जन्म 2 सितंबर 1971 को बापटला, आंध्र प्रदेश में एक तेलुगु परिवार में हुआ। उनके पिता का नाम कोनिडाला वेंकट राव और मां का नाम अंजना देवी है। अभिनेता की पढ़ाई-लिखाई नेल्लोर के सेंट जोसेफ हाई स्कूल में हुई। पवन कल्याण का असली नाम कोनिडाला कल्याण कुमार है। उन्हें मार्शल आर्ट में अच्छे प्रदर्शन के बाद इशिन-रयू कराटे एसोसिएशन द्वारा 'पवन' की उपाधि से सम्मानित किया गया। अभिनेता कराटे में ब्लैक बेल्ट भी हैं।
अभिनेता ने अपने प्रारंभिक करियर की शुरुआत साल 1996 में ईवीवी सत्यनारायण द्वारा निर्देशित फिल्म ‘अक्कड़ा अम्मई इक्कड़ा अब्बाई’ से की थी। उनकी दूसरी फिल्म ‘गोकुलमलो सीता’, जो साल 1997 में आई थी। यह एक ड्रामा फिल्म थी। इस फिल्म में पहली बार पवन कल्याण को ‘पवन कल्याण’ की उपाधि वाले नाम से प्रस्तुत किया गया था। अभिनेता की तीसरी फिल्म ‘सुस्वागतम’ थी, इसी फिल्म में उन्हें पहली बार 'पावर स्टार' की उपाधि दी गई।
कल्याण की अगली फिल्म ‘थोली प्रेमा’ एक बड़ी हिट रही। इस फिल्म का निर्देशन ए. करुणाकरण ने किया था। रिलीज के बाद यह फिल्म तेलुगु सिनेमा में एक क्लासिक रोमांटिक फिल्म बन गई। इस फिल्म ने तेलुगु में ‘सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म’ का ‘राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार’ , छह राज्य नंदी पुरस्कार जीते और इसे भारत के 30वें अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में दिखाया गया था। इसके बाद अभिनेता ने एक के बाद एक बेहतरीन फिल्में की और दर्शकों के दिल पर छा गए। हालांकि, बीच में एक ऐसा दौर भी आया जब अभिनेता ने मुश्किलों का सामना किया, लेकिन साल 2012 में पवन कल्याण ने हरीश शंकर द्वारा निर्देशित ‘गब्बर सिंह’ से वापसी की। यह अपने दौर की दूसरी सबसे ज्यादा कमाई करने वाली तेलुगु फिल्म बन गई।
अभिनेता ने 14 मार्च 2014 को जन सेना पार्टी की स्थापना की और लोगों के लिए काम करना शुरू किया। साल 2014 में पवन कल्याण ने भाजपा को अपना समर्थन दिया। उन्होंने 2014 के चुनावों में चुनाव नहीं लड़ने का फैसला किया और तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) और भाजपा गठबंधन के लिए बड़े पैमाने पर समर्थन और प्रचार किया। हालांकि, पवन कल्याण की पार्टी 2017 से 2020 तक भाजपा से दूर रही।
आपको बता दें पवन उन स्टार में से एक हैं जो अपने लव लाइफ और शादीशुदा जिंदगी की चर्चा को लेकर ज्यादा लाइमलाइट में रहते हैं
पवन कल्याण का स्टारडम किसी से नहीं छिपा है और उन्होंने अपनी अदाकारी से हर बार लोगों को हैरान किया है. ऐसे में साल 1997 में उन्होंने नंदिनी नाम की लड़की से हुआ थी और ये एक अरेंड मैरिज थी. हालांकि साल 2008 में ये रिश्ता पूर तरह से खत्म हो गया, क्योंकि एक्टर का दिल शादीशुदा होते हुए भी अपनी को-स्टार रेनू देसाई पर आ गया था औऱ वो उन्हीं पर अपना सारा समय देते थे और परिवार को छोड़ चुके थे, ऐसे में इस रिश्ते की वजह से उनकी पहली शादी टूट गई.
रेनू देसाई संग लिव-इन रिलेशनशिप में रहे पवन
पहली पत्नी के होती हुए भी पवन का दिल जब रेनू देसाई के लिए धड़का तो उन्होंने एक्ट्रेस को डेट करने के कुछ सालों के बाद पत्नी को तलाक दे दिया और अलग हो गए. बता दें पवन कल्याण और रेनू देसाई की पहली मुलाकात 'बद्री और जॉनी' के सेट पर हुई थी. कहा जाता है कि दोनों उस वक्त लिव-इन रिलेशनशिप में रह रहे थे और इसी दौरान 2004 में उन्होंने बेटे अकीरा को जन्म दिया. वहीं 2010 में वो बेटी आदया के पैरेंट्स बने. इसके बाद दोनों ने 2009 में शादी की लेकिन लिव इन में करीब 8 साल तक रहने वाले पवन ने जब रेनू को पत्नी बनाया तो रिश्ता 3 सालों में टूट गया और दोनों ने 2012 में तलाक हो गया.
पवन कल्याण की जब दूसरी शादी टूटी तो फैंस को लगा कि शायद अब एक्टर अपनी जिंदगी में फिर से प्यार की एंट्री ना करा पाए, लेकिन लेकिन 2012 में रेनू देसाई से तलाक लेने के बाद उन्होंने 2013 में ही तीसरी बार रूसी बाला Anna Lezhneva संग ना केवल प्यार किया बल्कि शादी भी कर ली और अब वो अपनी जिंदगी में खुश हैं और हैप्पी मैरिड लाइफ जी रहे हैं. पवन कल्याण एक एक्टर ही नहीं बल्कि वह एक स्क्रीनराइटर, डायरेक्टर और राजनेता भी हैं.
Comment List