थानेदार ने बनाई अनुसंधान कुर्सी
जोधपुर। बासनी थाना क्षेत्र के थानेदार सीआई मोहम्मद शफीक की एक नई पहल चर्चा में है। हाल ही में लागू हुए भारतीय न्याय संहिता के तहत पुलिस की कार्यप्रणाली में बदलावों को ध्यान में रखते हुए, उन्होंने एक विशेष कुर्सी बनाई है, जो अब उनकी जीप का हिस्सा बन चुकी है। यह कुर्सी खासतौर पर अनुसंधान कार्यों के लिए बनाई गई है, जिससे पुलिस कार्रवाई के दौरान कोई भी दस्तावेज़ी काम तुरंत और आसानी से पूरा किया जा सके।
कुर्सी में छुपा है अनुसंधान बॉक्स
सीआई शफीक ने बताया कि नए कानून के तहत पुलिस को अब घटनास्थल पर ही पूरी कार्रवाई करनी होती है। कई बार ऐसा होता था कि पेड़ के नीचे या किसी और अस्थायी जगह पर बैठकर कागजी काम करना पड़ता था। इस समस्या को हल करने के लिए उन्होंने एक कुर्सी बनवाई, जो जीप की स्टेपनी की जगह फिट होती है। इस कुर्सी के भीतर एक बॉक्स रखा गया है, जिसे 'अनुसंधान बॉक्स' कहा जाता है। इसमें सभी आवश्यक दस्तावेज़, फाइलें, कैमरा, पेन, रबर, स्टांप और मुहर जैसे उपकरण रखे जाते हैं, ताकि पुलिस किसी भी स्थिति में कार्रवाई के दौरान बिना किसी बाधा के अपने काम को निपटा सके।
खास सुविधाओं से लैस
इस कुर्सी में एक स्टैंड भी है, जो एक छोटे से स्टडी टेबल की तरह काम करता है। पुलिस अधिकारी इसे खोलकर कागजी कार्रवाई पूरी कर सकते हैं। इस कुर्सी को आसानी से कहीं भी ले जाया जा सकता है, और यह विशेष रूप से अनुसंधान कार्यों के लिए डिज़ाइन की गई है। बासनी थाने में इसका उपयोग मादक पदार्थों की तस्करी और अन्य अपराधों के खिलाफ कार्रवाई के दौरान देखा गया था, जब सीआई मोहम्मद शफीक ने इसका इस्तेमाल किया।
थाने में और भी नवाचार
सीआई शफीक की इस तरह की पहल केवल कुर्सी तक सीमित नहीं है। उन्होंने बासनी थाने में एक ओपन जिम भी बनवाया था, जिससे पुलिसकर्मियों की फिटनेस पर ध्यान दिया जा सके। इसके अलावा, थाने में डंडे रखने के लिए एक विशेष बॉक्स भी तैयार किया गया है, ताकि पुलिसकर्मियों को आपात स्थिति में तुरंत मदद मिल सके।
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