MLA from ramgarh alwar zuber khan passes away /अलवर के रामगढ़ से विधायक जुबेर खान का निधन !
अलवर जिले की रामगढ़ विधानसभा सीट से कांग्रेस के विधायक जुबैर खान का आज (14 सितंबर) निधन हो गया है। जुबैर खान के निधन से प्रदेश कांग्रेस में शोक की लहर छा गई है। उन्होंने अंतिम सांस अलवर शहर के निकट ढाई पेडी पर खुद के फार्म हाउस पर ली है।
जुबेर खान की पत्नी ने दी जानकारी
जुबेर खान की पत्नी और पूर्व विधायक साफिया जुबेर खान ने कहा-आप सभी को दुःख के साथ सूचित करना पड़ रहा है आदरणीय जुबेर ख़ान का इंतकाल हो गया है, जुबेर ने आज (14 सितंबर 2024) को प्रातः 5:50 बजे अंतिम सांस ली। बता दें कि जुबैऱ खान लंबे समय से बीमार चल रहे थे। जुबैर खान अलवर के पास उमरेड़ गांव के रहने वाल थे।
2023 के चुनावों में जय आहुजा को हराया
बता दें जुबेर खान 1990, 1993 और 2003 में कांग्रेस के टिकट पर विधायक रहे। 1998, 2008 और 2013 में कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़े, लेकिन बीजेपी के ज्ञानदेव आहूजा ने उन्हें हराया। इसके बाद पार्टी ने 2018 में उनकी पत्नी साफिया जुबेर को टिकट दिया। जिन्होंने बीजेपी प्रत्याशी सुखवंत सिंह को 12 हजार से ज्यादा वोटों से हराया। जुबेर खान ने 2023 के विधानसभा चुनाव में अलवर जिले की रामगढ़ सीट से बीजेपी उम्मीदवार जय आहूजा को 19696 मतों से हराकर जीत दर्ज की थी।
अशोक गहलोत सहित इन लोगों ने जताया शोक
राजस्थान के पूर्व सीएम अशोक गहलोत, पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट, विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी सहित कई लोगों ने जुबेर खान के निधन पर शोक जताया है। गहलोत ने अपने एक्स हैंडल पर लिखा कि, ‘वरिष्ठ कांग्रेस नेता एवं विधायक जुबेर खान का इंतकाल हम सभी के लिए गहरा दुख देने वाला है। जुबेर खान अपने क्षेत्र के विकास के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध थे एवं आखिरी समय तक जनसेवा में लगे रहे। उनका जाना एक अपूरणीय क्षति है। मैं ईश्वर से दिवंगत आत्मा को शांति एवं परिजनों को हिम्मत देने की प्रार्थना करता हूं।’
12वीं तक की पढ़ाई अलवर से, फिर दिल्ली गए जुबेर ने 8वीं तक की पढ़ाई अलवर के माचड़ी गांव के पास बगड़ राजपूत स्कूल से की थी। इसके बाद अलवर शहर के नवीन सीनियर सेकेंडरी स्कूल से 12वीं तक की पढ़ाई की। इसके बाद दिल्ली चले गए। जामिया मिलिया विश्वविद्यालय दिल्ली से पोस्ट ग्रेजुएशन किया।
जुबेर के दो बेटे हैं। बड़ा आदिल (29) है। दूसरा आर्यन (26) है। दोनों एमबीए हैं। छोटे बेटे ने LLB कर दिल्ली में प्रैक्टिस शुरू की है। पत्नी साफिया जुबेर राजनीति में सक्रिय हैं। वह विधायक भी रह चुकी हैं। जुबेर खान के पिता बाग सिंह अलवर ग्रामीण में सिलीसेढ़ के पास माचड़ी गांव के रहने वाले थे। वह ग्राम पंचायत के सरपंच रह चुके थे। जुबेर खान 6 भाई हैं। रामगढ़ (अलवर) में नौगांवा रोड पर भी जुबेर का मकान है। अलवर शहर के ढाई पेडी में भी खुद का मकान है। यहां परिवार रहता है।
डेढ़ साल से बीमार थे जुबेर खान डेढ़ साल से बीमार थे। एक साल पहले लिवर ट्रांसप्लांट कराया था। लोकसभा के चुनाव में अधिक भाग-दौड़ से तकलीफ बढ़ गई थी। उसके बाद तबीयत बिगड़ती गई। आईसीयू में भर्ती रखा गया। करीब 15 दिन पहले मेदांता के डॉक्टरों ने जवाब दे दिया था। उसके बाद बीच-बीच में जयपुर ले जाकर इलाज कराया गया। बाद में ढाई पेडी (अलवर शहर) में खुद के घर में ही आईसीयू तैयार कराया था।
जुबेर खान जामिया मिलिया यूनिवर्सिटी दिल्ली के छात्रसंघ अध्यक्ष रहे थे। उस दौरान उनकी दिल्ली में रोड पर NSUI के पंपलेट लगाते समय राजीव गांधी से मुलाकात हुई थी। इससे प्रभावित होकर राजीव गांधी ने उनको एनएसयूआई का राष्ट्रीय सचिव बनाया था। तभी वे गांधी परिवार के नजदीक आ गए थे।
इसी कारण उनको 1993 में टिकट दिया गया था। वे राजीव गांधी के साथ चार्टर में चुनाव प्रचार के दौरान खूब घूमे थे। राजीव गांधी के बाद उन्होंने यूपी में प्रियंका गांधी के साथ खूब काम किया है। प्रियंका गांधी के उत्तर प्रदेश का प्रभारी महासचिव रहने के दौरान जुबेर खान उनके साथ सह प्रभारी सचिव रहे थे।
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