संजीव माथुर(शासन सचिव ,सार्वजनिक निर्माण विभाग ) का स्वर्णिम कार्यकाल !
शासन सचिव सार्वजनिक निर्माण विभाग संजीव माथुर की नियुक्ति सार्वजनिक निर्माण विभाग में सहायक अभियंता के पद पर 31-1-1986 को हुई उसके बाद 2001 में अधिशासी अभियंता 2013 में अधीक्षण अभियंता 2017 में अतिरिक्त मुख्य अभियंता 2019 में मुख्य अभियंता के पद पर रहते हुए अब 2023 में शासन सचिव सार्वजनिक निर्माण विभाग के पद पर कार्यरत हैं!
सार्वजनिक निर्माण विभाग के एक शांत, आत्मविश्वासी शासन सचिव संजीव माथुर ने आज के 38 लगभग वर्ष पूर्व जब कार्यग्रहण किया था उस समय ख़ुद सार्वजनिक निर्माण विभाग अपनी से शैशवावस्था में था !
माथुर ने पद स्थापन के समय से ही ईमानदारी और कर्तव्यनिष्ठा से कार्य किया परिणाम स्वरूप सार्वजनिक निर्माण विभाग में शासन सचिव के पद तक पहुँचे !
*गुणवत्ता नियंत्रण कर,सड़क नेटवर्क का किया विस्तार*
सार्वजनिक निर्माण विभाग में माथुर ने सड़कों की मरम्मत के अलावा गुणवत्ता नियंत्रण और सड़क नेटवर्क के विस्तार परियोजनाओं को प्राथमिकता के आधार पर पूरा किया!
उनके असाधारण नेतृत्व कौशल का प्रदर्शन तब और अधिक हुआ जब उन्हें
मुख्य अभियन्ता (पीएमजीएसवाई) और मुख्य अभियंता एवं अतिरिक्त सचिव मय रोड के रूप में नियुक्त किया गया। इस भूमिका में, उन्होंने परियोजनाओं की योजना बनाने, स्वीकृति देने और उनकी निगरानी करने के लिए एक सहयोगी दृष्टिकोण को बढ़ावा देने, विभागीय गतिरोध (सिलोस) को तोड़ने की पहल की। इसका परिणाम परियोजना मंजूरी और वितरण में रिकॉर्ड-तोड़ प्रदर्शन था,इन्होंने पूरे राजस्थान में सड़कों का जाल बिछा दिया,38 वर्षों से अधिक के अमूल्य अनुभव के साथ, माथुर ने सार्वजनिक निर्माण विभाग के बुनियादी ढांचे के निर्माण और रखरखाव में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
उनके करियर में कई महत्वपूर्ण निर्माण परियोजनाओं की देखरेख और वितरण शामिल है। उन्होंने जोधपुर के चुनौतीपूर्ण क्षेत्र में सहायक अभियंता के रूप में अपनी सेवा यात्रा शुरू की और बाद में विभिन्न पदों पर भूमिकाएँ निभाईं हैं।
अपनी व्यावसायिक उपलब्धियों के अलावा माथुर एक सर्वगुण संपन्न व्यक्ति हैं। उनकी खेलों में पृष्ठभूमि है!
आजीवन सीखने के प्रति उनकी प्रतिबद्धता ही उन्हें इस मुक़ाम पर लेकर आयी है वह कई प्रतिष्ठित संस्थानों के एक प्रतिष्ठित फेलो और आजीवन सदस्य भी हैं।
*सार्वजनिक निर्माण विभाग में अविस्मरणीय योगदान*
दूसरों के प्रति नि:स्वार्थ सेवा का भाव रखना ही माथुर की कामयाबी का मूलमंत्र है। आपने आचरण में सदैव सेवा का भाव निहित रखा जिससे आपके साथ कार्य करने वाले अन्य लोग भी प्रेरित होते हुए कामयाबी के मार्ग पर अग्रसर हो सके,आप सामाजिक दायित्वों के प्रति हमेशा जागरूक रहे समाज में किसी भी प्रकार की कोई आवश्यकता होने पर आप ने दिल खोलकर उनकी मदद की परिणामस्वरूप समाज के सभी वर्ग के लोगों आप को सम्मान की दृष्टि से देखते रहे हैं!
माथुर अपने नीचे कार्य करने वालों को शक्तिशाली बनने के लिए प्रेरित करते रहते हैं,माथुर संगठन शक्ति को अत्यधिक महत्व देते हैं,उनकी मान्यता है कि परिवर्तन तभी संभव है, जब हम अपने साथ कार्य करने वालों को साथ लेकर चलेंगे!
सार्वजनिक निर्माण विभाग में शासन सचिव पद पर कार्यरत संजीव माथुर 30 जून 2024 को सेवानिवृत्त हो रहे हैं
संजीव माथुर का सार्वजनिक निर्माण विभाग को ऊँचाइयों पर ले जाने में अविस्मरणीय योगदान हमेशा याद रखा जाएगा , चमकता राजस्थान परिवार उनके उज्जवल भविष्य की कामना करता है!
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