शुरू हो रहे हैं माघ माह के गुप्त नवरात्र,
महाकुंभ के मेले के मध्य में माघ माह के आखिरी में वर्ष का अन्तिम गुप्त नवरात्र शुरू होने जा रहा है। ज्ञातव्य है कि वर्ष में चार बार नवरात्र मनाए जाते हैं। यह नवरात्र चैत्र, आश्विन, आषाढ़ और माघ माह में पड़ता है।
महाकुंभ हिंदू धर्म में नवरात्रि का विशेष महत्व है। नवरात्रि में मां दुर्गा के 9 स्वरूपों की पूजा-अर्चना की जाती है। पूरे नौ दिनों तक भक्त देवी मां की भक्ति में लीन रहते हैं। माघ माह की नवरात्रि को गुप्त नवरात्रि कहा जाता है। आज हम अपने पाठकों को इस बात की जानकारी देने जा रहे हैं कि माघ माह के गुप्त नवरात्र कब से शुरू होने जा रहे हैं और पहले दिन होने वाली घट स्थापना का शुभ मुहूर्त क्या है? आइए डालते हैं एक नजर—
देवी मां की दस महाविद्याएं
गुप्त नवरात्रि के दैरान इन दस महाविद्याओं की पूजा की जाती है। दस महाविद्याएं देवी इस प्रकार से हैं- काली, तारा, छिन्नमस्ता, षोडशी, भुवनेश्वरी, त्रिपुर भैरवी, धूमावती, बगलामुखी, मातंगी या कमला। मान्यता है कि देवी मां कि इन 10 महाविद्याओं की पूजा करने से मनुष्य को विशेष सिद्धियां प्राप्त होती हैं और जीवन की सभी परेशानियों से छुटकारा मिलता है।
माघ गुप्त नवरात्रि 2025
माघ गुप्त नवरात्रि 30 जनवरी से शुरू होगी। गुप्त नवरात्रि का समापन 7 फरवरी को होगा। माघ की यह नवरात्रि शक्ति उपासना के लिए बहुत श्रेष्ठ मानी जाती है। माघ गुप्त नवरात्रि में साधतक देवी मां की 10 महाविद्याओं की गुप्त रूप से साधना करते हैं। शारदीय नवरात्रि में किए जाने वाले अधिकांश अनुष्ठान और विधि-विधानों का पालन माघ गुप्त नवरात्रि के समय भी किया जाता है। घटस्थापना मुहूर्त माघ गुप्त नवरात्रि में भी किया जाता है।
गुप्त नवरात्रि 2025 घटस्थापना मुहूर्त
पंचांग के अनुसार, माघ माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि का आरंभ 29 जनवरी को शाम 6 बजकर 5 मिनट पर होगा। प्रतिपदा तिथि समाप्त 30 जनवरी को शाम 4 बजकर 10 मिनट पर होगा। घटस्थापना के लिए शुभ मुहूर्त 30 जनवरी को सुबह 9 बजकर 41 मिनट से सुबह 10 बजकर 59 मिनट तक रहेगा। वहीं घटस्थापना के लिए अभिजित मुहूर्त दोपहर 12 बजकर 29 से प्रारंभ होगा और समाप्त दोपहर 1 बजकर 14 मिनट होगा। बता दें कि नवरात्रि के पहले दिन कलश स्थापना की जाती है, जिसे घटस्थापना के नाम से भी जाना जाता है।
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