प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ में भगदड़,16 से ज्यादा लोगों की मौत
फिलहाल भगदड़ के बाद स्थिति नियंत्रण में
प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ के दौरान मौनी अमावस्या स्नान के लिए संगम नोज पर लाखों श्रद्धालु जुटे थे। इसी दौरान अचानक भगदड़ मच गई, जिसमें 16 से अधिक लोगों की मौत हो गई। मेला प्रशासन ने फिलहाल 16 मौतों की पुष्टि की है।
इस घटना से संगम नोज पर अफरा-तफरी मच गई। हादसे के तुरंत बाद दर्जनों एंबुलेंस मौके पर पहुंचीं और मृतकों के शवों को वहां से ले जाया गया। घायल श्रद्धालुओं को मेला परिसर में बने केंद्रीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मेले से कई एंबुलेंस लगातार शव लेकर शहर की ओर जाते रहे।
रिपोर्टर्स के मुताबिक, अफवाह के चलते संगम नोज पर भगदड़ मची। कुछ महिलाएं जमीन पर गिर गईं और लोग उन्हें कुचलते हुए निकल गए। हादसे के बाद 70 से ज्यादा एंबुलेंस संगम तट पर पहुंचीं। इनसे घायलों और मृतकों को अस्पताल ले जाया गया।
हादसे के बाद संगम तट पर NSG कमांडो ने मोर्चा संभाल लिया। संगम नोज इलाके में आम लोगों की एंट्री बंद कर दी गई। भीड़ और न बढ़े, इसलिए प्रयागराज शहर में भी श्रद्धालुओं के आने पर रोक लगा दी गई है। इसके लिए शहर की सीमा से सटे जिलों में प्रशासन को मुस्तैद कर दिया गया है।
पीएम मोदी ने योगी से फोन पर की बात
प्रधानमंत्री मोदी ने घटना के बारे में यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से बात की। घटनाक्रम की समीक्षा कर और तत्काल सहायता करने को कहा।
गृहमंत्री अमित शाह ने से फोन पर की बात
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने योगी से फोन पर बात कर घटना की जानकारी ली। उन्होंने तत्काल सहायता उपाय करने को कहा।
फिलहाल महाकुंभ में भगदड़ के बाद स्थिति नियंत्रण में आ गई,श्रद्धालु स्नान कर रहे है !
स्वामी रामभद्राचार्य ने की अपील ?
जगद्गुरु स्वामी रामभद्राचार्य ने भगदड़ की घटना को लेकर कहा, ”मैं सभी भक्तों से अपील करता हूं कि आज प्रयागराज में भारी भीड़ उमड़ी है, इसलिए वे केवल संगम घाट पर ही पवित्र स्नान करने की जिद न करें। अभी उन्हें अपना शिविर नहीं छोड़ना चाहिए और उनकी सुरक्षा की तलाश करें।”
साध्वी निरंजन ज्योति ने क्या कहा?
महाकुंभ क्षेत्र में भगदड़ जैसी स्थिति पर साध्वी निरंजन ज्योति ने कहा, ”यह एक दुखद घटना है। जो कुछ भी हुआ वह ठीक नहीं था। अखाड़ा परिषद ने जनहित को ध्यान में रखते हुए अपना अमृत स्नान रद्द करने का फैसला किया है। एकत्रित श्रद्धालुओं की संख्या अनुमान से अधिक है। मैं लोगों से अपील करती हूं कि पूरा मेला क्षेत्र कुंभ है, इसलिए वे केवल त्रिवेणी घाट ही नहीं बल्कि किसी भी घाट पर स्नान कर सकते हैं।”
भगदड़ के बाद प्रशासन के अनुरोध पर सभी 13 अखाड़ों ने आज मौनी अमावस्या का अमृत स्नान रद्द कर दिया है। अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रवींद्र पुरी ने कहा- संगम नोज पर अधिक भीड़ के कारण यह फैसला किया गया है। पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने सीएम योगी से फोन पर घटना की जानकारी ली।
महाकुंभ में आज मौनी अमावस्या का स्नान है, जिसके चलते करीब 5 करोड़ श्रद्धालुओं के शहर में मौजूद होने का अनुमान है। प्रशासन के मुताबिक, संगम समेत 44 घाटों पर आज देर रात तक 8 से 10 करोड़ श्रद्धालुओं के डुबकी लगाने का अनुमान है।
इससे एक दिन पहले यानी मंगलवार को साढ़े 5 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालुओं ने संगम में डुबकी लगाई। पूरे शहर में सुरक्षा के लिए 60 हजार से ज्यादा जवान तैनात हैं।
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