सोनिया गांधी जी ने भी...', खरगे के बयान पर हिमंता का पलटवार
मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने भाजपा नेताओं के प्रयागराज में संगम में पवित्र स्नान करने के संबंध में कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे की टिप्पणी की निंदा की है और उन पर सनातन विरोधी मानसिकता रखने का आरोप लगाया है। सरमा ने यह भी सुझाव दिया कि खड़गे की टिप्पणियां कांग्रेस नेता राहुल गांधी के विचारों को प्रतिबिंबित करती हैं। सरमा ने एक ट्वीट में कांग्रेस के भीतर हिंदू नेताओं से राजनीतिक विचारों से ऊपर उठने और अपनी अंतरात्मा की आवाज सुनने का आग्रह किया।
हिमंता ने धार्मिक प्रथाओं पर पार्टी की स्थिति की निरंतरता पर सवाल उठाते हुए यह भी बताया कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने खुद 2001 में कुंभ मेले में भाग लिया था। सरमा ने आगे चुनौती दी कि क्या कांग्रेस नेता कभी हज यात्रा जैसी अन्य धार्मिक प्रथाओं की आलोचना करेंगे, उन्होंने पूछा कि क्या ऐसे कृत्यों को सार्वजनिक कल्याण के लिए हानिकारक माना जाना चाहिए। सरमा ने एक्स पर लिखा कि माननीय खड़गे जी की भाषा उनकी सनातन विरोधी मानसिकता का प्रमाण है। मैं यह भी जानता हूं कि वाणी भले ही खड़गे जी की हो, लेकिन सोच राहुल गांधी की है।
उन्होंने कहा कि शायद वे यह भूल गए हैं कि 2001 में सोनिया गांधी जी ने भी कुंभ में डुबकी लगाई थी। क्या ये लोग कभी यह कहने की हिम्मत कर पाएंगे कि हज करने से जन कल्याण नहीं होगा? कांग्रेस में जो भी हिंदू हैं, उनसे मेरा आग्रह है कि किसी के भी द्वारा इस प्रकार राजनीतिक रोटियां न सिकनें दें। आप अपनी अंतरात्मा से पूछें- क्या सनातन धर्म का ऐसा अपमान सहन करना उचित है? कोई भी पार्टी देश और धर्म से ऊपर नहीं हो सकती।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के प्रयागराज में त्रिवेणी संगम में डुबकी लगाने के कुछ घंटे बाद कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने सोमवार को पूछा कि क्या गंगा में डुबकी लगाने से गरीबी समाप्त हो जाएगी? उन्होंने कटाक्ष किया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेताओं में कैमरे के समक्ष डुबकी लगाने की होड़ मची है। उन्होंने यह भी दावा किया कि शाह और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कई पाप किए हैं, इसलिये वे सौ जन्मों में भी स्वर्ग नहीं जा सकेंगे।
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