संस्कृत शिक्षा के उत्थान के लिए सरकार प्रतिबद्ध: मंत्री धन सिंह रावत
हरिद्वार । जनपद क्रीडा समिति की ओर से तृतीय संस्कृत छात्र क्रीडा प्रतियोगिता का आयोजन ऋषिकुल विद्यापीठ ब्रह्मचर्याश्रम संस्कृत महाविद्यालय के प्रागंण में किया गया।इस अवसर पर मुख्य अतिथि शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने कहा कि संस्कृत शिक्षा के उत्थान के लिए सरकार कार्य कर रही है।
प्रतियोगिता के दूसरे दिन मंगलवार को उद्घाटन समारोह का अन्तर्गत कार्यक्रम के अध्यक्ष व हरिद्वार नगर के विधायक मदन कौशिक,मुख्य अतिथि शिक्षा मंत्री डॉ. धनसिंह रावत, संस्कृत शिक्षा के निदेशक डॉ. आनन्द भारद्वाज ने सयुंक्त रूप से पं. महामना मदन मोहन मालवीय के चित्र पर माल्यार्पण कर दीप प्रज्ज्वलन कर किया।
मंत्री डॉ धन सिंह रावत ने कहा कि प्रत्येक महीने संस्कृत के लोगों के साथ बैठक करके उनकी मूलभूत समस्याओं का निराकरण किया जा रहा है। कार्यक्रम के अध्यक्ष और विधायक मदन कौशिक ने कहा कि संस्कृत छात्रों के लिए पुस्तकालय एवं खेलों के लिए अधिक से अधिक सहायता सरकार की ओर से की जाए साथ ही छुटे हुए संस्कृत अध्यापकांे को मानदेय देने व पुराने संस्कृत अध्यापकांे का मानदेय बढाने के लिए भी संस्कृत शिक्षा मन्त्री से निवेदन किया।
जनपद क्रीडा समिति के मार्गदर्शक सहायक निदेशक एवं उत्तराखण्ड संस्कृत अकादमी के सचिव डॉ. वाजश्रवा आर्य, हरिद्वार जनपद क्रीडा समिति के संयोजक डॉ. नवीन चन्द्र पन्त, कुलदीप पन्त ने हरिद्वार नगर के विधायक मदन कौशिक तथा मन्त्री डॉ. धनसिंह रावत को प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया।
जनपद हरिद्वार के 16 संस्कृत विद्यालयों/महाविद्यालयों के प्रतिभागी छात्रांे द्वारा मार्चपास्ट किया गया। प्रतियागिता के दौरान जयभारत साधु संस्कृत महाविद्यालय हरिद्वार व श्री ऋषि संस्कृ महाविद्यालय, खडखडी, हरिद्वार के बीच क्रिकेट मैच हुआ जिसमें जयभारत साधु संस्कृत महाविद्यालय हरिद्वार 07 विकेट से विजयी रहा। प्रातः श्री जगद्देव सिंह संस्कृत महाविद्यालय, सप्तऋषि हरिद्वार व श्री चन्द्र संस्कृत महाविद्यालय भगवद्धाम हरिद्वार के बीच वॉलीबॉल का क्वाटर फाइनल मैच हुआ जिसमें श्री चन्द्र संस्कृत महाविद्यालय भगवद्धाम हरिद्वार विजयी रहा।
इस अवसर पर इस अवसर पर मुख्य शिक्षा अधिकारी केके गुप्ता एवं संस्कृत शिक्षा के सहायक निदेशक डॉ. वाजश्रवा आर्य, हरिद्वार के मुख्य चिकित्साधिकारी आरके सिंह, डॉ. जयपाल सिंह चौहान,प्राचार्य डॉ. बलदेव प्रसाद चमोली, डॉ. वाणीभूषण भट्ट, पं. हेमंत तिवारी, डॉ. राजेन्द्र गौनियाल, डॉ. तारादत्त अवस्थी ऋषिकुल विद्यापीठ ब्रह्मचयर्याश्र संस्कृत महा., हरिद्वार के पूर्व प्राचार्य डॉ. कमलापति शास्त्री, भास्कर चन्द्र शर्मा सहित अन्य मौजूद रहे।
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