कांग्रेस में गुटों को बढ़ावा दे रहे हैं गोविंद सिंह डोटासरा ?
(अत्री कुमार दाधीच)राजस्थान प्रदेश कांग्रेस में एक बार फिर गुटबाजी देखने को मिली जब प्रदेश कार्यालय में प्रेस वार्ता के दौरान एक लघु फ़िल्म दिखाई गई , जिसमें पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत राष्ट्रीय महासचिव सचिन पायलट को दरकिनार कर लघु फ़िल्म में मात्र प्रदेश अध्यक्ष के संघर्ष को दिखाया गया ,चर्चा है कि कांग्रेस सत्तासीन नहीं होते हुए भी कई गुटों में विभाजित दिखाई दे रही है इन गुटों को मज़बूती देने का काम स्वयं प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा कर रहे हैं प्रदेश मुख्यालय में गुरुवार को आयोजित संवाददाता सम्मेलन में प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने भाजपा सरकार की नाकामी पर जो एक वर्ष का लेखा जोखा बताया वह पिछले छह महीने से राग अलाप रहे थे वोही गुरुवार को दोहराया गया ,यही नहीं एक लघु फ़िल्म का प्रदर्शन किया गया इसमें स्वयं को सबसे ऊपर दिखाने का प्रयास किया गया जबकि प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत एवं राष्ट्रीय महामंत्री सचिन पायलट ने बीते एक साल में सरकार के ख़िलाफ़ कई मुद्दों को जनता के सामने रखा है यही नहीं सचिन पायलट ने उपचुनावों
के दौरान टोंक,सवाई माधोपुर,दौसा में जनहित के मुद्दों को लेकर कई सभाएँ की थी इसी तरह पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत आए दिन किसी न किसी मुद्दे को लेकर सरकार को घेरते रहे हैं अभी हाल ही में केंद्रीय गृह मंत्री के बयान को लेकर कांग्रेस के दिये गए धरना एवं ज्ञापन कार्यक्रम में दोनों नेता अग्रणी रहे , मिली जानकारी के अनुसार गोविंद सिंह डोटासरा इनके समर्थकों को साइडलाइन करने में लगे हुए हैं यही नहीं गोविंद सिंह डोटासरा की टीम में अधिकांश संघ पृष्ठभूमि से जुड़े लोग काम कर रहे हैं ये लोग जिसे चाहे उसे आने दे रहे हैं जिसे चाहे नहीं आने दे रहे,यही नहीं चर्चाएँ ये भी हैं की उन्होंने पत्रकारों के गुट भी बनवा दिए हैं इन नेताओं के चलते कांग्रेस विचारधारा के व्यक्तियों को साइडलाइन कर संघ पृष्ठभूमि के लोग सक्रिय हो रहे हैं ऐसा प्रतीत होता है कि गांधी नेहरू की विचारधारा वाली कांग्रेस प्रदेश में धीरे धीरे लुप्त होती जा रही है उसके स्थान पर संघ पृष्ठभूमि के व्यक्ति सक्रिय कांग्रेस कार्यकर्ता नज़र आ रहे हैं जबसे गोविंद सिंह डोटासरा प्रदेश बने उसके बाद से कांग्रेस के जाट नेता कांग्रेस छोड़कर भाजपा में चले गए इसके पीछे क्या कारण रहै ये आलाकमान ने जानने का प्रयास नहीं किया ,गोविंद सिंह डोटासरा सचिन पायलट समर्थक एवं अशोक गहलोत समर्थक कार्यकर्ताओं के साथ अभद्र व्यवहार करने से भी नहीं चूकते यही वजह है कि गुलज़ार रहने वाला इंद्रा गाँधी भवन वीरान नज़र आने लगा है यही हालात रहे तो आगे आने वाले समय में संगठन को धरातल में जाने से कोई नहीं रोक पाएगा !
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