इंग्लिश या अन्य दूसरी भाषाओं के शब्दों का प्रयोग करने से हिंदी का महत्व कम नहीं हो जाता-शिल्पा शेट्टी
नई फिल्म "सुखी" के प्रमोशन के अवसर पर जयपुर में
जयपुर, 14 सितंबर। फ़िल्म अभिनेत्री शिल्पा शेट्टी का कहना है कि हिंदी हमारी अपनी भाषा है और हमें हिंदी पर गर्व होना चाहिए। इंडस्ट्री में आपसी संवाद की भाषा भले ही इंग्लिश हो लेकिन फिल्मों की कहानी और संवाद तो हिन्दी में ही होते हैं। इंग्लिश या अन्य दूसरी भाषाओं के शब्दों का प्रयोग करने से हिंदी का महत्व कम नहीं हो जाता। उन्होंने यह भी कहा कि हम अपनी भाषा में ही अपने विचार अधिक सशक्तता से प्रस्तुत कर सकते हैं। यह बात शिल्पा शेट्टी ने आज जयपुर में मीडिया से कही जहाँ वे अपनी नई फिल्म "सुखी" के प्रमोशन के लिए मौजूद थी।
फ़िल्म के बारे में बात करते हुए उन्होनें कहा कि फिल्में विचारों के सम्प्रेषण का एक मजबूत जरिया है। फ़िल्म के द्वारा कही गई बात या मेसेज ज्यादा व्यापक और शीघ्रता से लोगों तक पहुँचते हैं। उन्होनें कहा कि सुखी एक नारी केंद्रित फ़िल्म है। जिसमें वे सुखप्रीत का रोल कर रही हैं। उन्होनें बताया कि ‘सुखी’ एक दिल छू लेने वाली कहानी है जो अपनी पहचान भूल चुकी एक हाउसवाइफ के इर्द-गिर्द बुनी गई है। सुखप्रीत कालरा उर्फ ‘सुखी’ एक अड़तीस वर्षीय पंजाबी हाउसवाइफ हैं जो बीस साल बाद अपने स्कूल के रीयूनियन में भाग लेने के लिए दिल्ली जाती हैं। ढेर सारे अनुभवों से गुजरते हुए वह खुदको पहली बार एक मां और एक पत्नी नहीं बल्कि एक महिला के रूप में देखती है। ‘सुखी’ हर महिला की कहानी को दर्शाने के लिए तैयार है जो अपने आप को भूल चुकी है।
22 सितम्बर को थिएटर्स में रिलीज होने के लिए तैयार इस फिल्म से सोनल जोशी बतौर डायरेक्टर डेब्यू करने जा रही है। ‘सुखी’ भूषण कुमार, कृष्ण कुमार, विक्रम मल्होत्रा और शिखा शर्मा द्वारा निर्मित है। इस फिल्म में शिल्पा शेट्टी के साथ कुशा कपिला, दिलनाज ईरानी, पवलीन गुजराल, चैतन्य चौधरी और अमित साध अहम किरदारों में नजर आने वाले हैं
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