दक्षिण कोरिया में अब विपक्ष का कार्यवाहक राष्ट्रपति हान डक-सू के खिलाफ मोर्चा

By Desk
On
  दक्षिण कोरिया में अब विपक्ष का कार्यवाहक राष्ट्रपति हान डक-सू के खिलाफ मोर्चा

सियोल । दक्षिण कोरिया में अब विपक्ष ने कार्यवाहक राष्ट्रपति हान डक-सू के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। मुख्य विपक्षी दल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ कोरिया (डीपीके) ने हान पर संवैधानिक न्यायालय में खाली तीन जजों के पदों पर नियुक्ति पर आनाकानी का आरोप लगाया है। साथ ही महाभियोग का सामना करने के लिए चेताया है।

 द कोरिया टाइम्स और द कोरिया हेराल्ड ने अपनी खबर में इस विवाद पर विस्तार से चर्चा की है। दरअसल कार्यवाहक राष्ट्रपति हान ने कहा है कि वह तब तक संवैधानिक न्यायालय में न्यायाधीशों की नियुक्ति नहीं करेंगे जब तक प्रतिद्वंद्वी पार्टियां राजनीतिक समझौता नहीं कर लेतीं। उनके इस बयान के बाद डीपीके ने कार्यवाहक राष्ट्रपति हान के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव पेश कर गुरुवार को नेशनल असेंबली के पूर्ण सत्र में इसकी सूचना दी।

अन्य खबरें  दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति येओल के खिलाफ दूसरा महाभियोग प्रस्ताव नेशनल असेंबली पेश

डीपीके की मांग है कि नौ सदस्यीय संवैधानिक न्यायालय के तीन खाली पदों पर कार्यवाहक राष्ट्रपति नियुक्ति को मंजूरी दें। दरअसल संवैधानिक न्यायालय को यह तय करना है कि तीन दिसंबर की अल्पकालिक मार्शल लॉ घोषणा पर राष्ट्रपति यून सुक येओल के खिलाफ पारित हो चुके महाभियोग प्रस्ताव को चलाया जा सकता है या नहीं।

अन्य खबरें  ब्राजील: 10 यात्रियों को ले जा रहा विमान दुर्घटनाग्रस्त, बचाव कार्य जारी

देश के संविधान के अनुसार, महाभियोग प्रस्ताव को बरकरार रखने के लिए संवैधानिक न्यायालय में कम से कम छह मतों की आवश्यकता होती है।

अन्य खबरें  इंफाल से भारी मात्रा में हथियार और विस्फोटक बरामद

मुख्य विपक्षी दल डीपीके ने शुक्रवार को नेशनल असेंबली के पूर्ण सत्र के दौरान कार्यवाहक राष्ट्रपति के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव पर मतदान कराने की रणनीति तैयार की है। कार्यवाहक राष्ट्रपति हान डक-सू ने साफ कहा कि वह द्विदलीय समझौते के बिना किसी भी न्यायाधीश की नियुक्ति नहीं करेंगे। इसके बाद डेमोक्रेटिक पार्टी ने हान पर महाभियोग चलाने के लिए प्रस्ताव प्रस्तुत किया। इसमें कार्यवाहक राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री को मार्शल लॉ की अल्पकालिक घोषणा का "सहयोगी" बताया गया।

उल्लेखनीय है कि 300 सदस्यों वाली नेशनल असेंबली में डेमोक्रेटिक पार्टी का बहुमत है। उसके 170 सदस्य हैं। 108 सदस्यों वाली सत्तारूढ़ पीपुल्स पावर पार्टी ने गुरुवार को नेशनल असेंबली के मतदान सत्र का बहिष्कार किया। इस घटनाक्रम से कुछ समय पहले कार्यवाहक राष्ट्रपति हान ने राष्ट्र के नाम संबोधन में कहा कि नए न्यायाधीशों की नियुक्ति के लिए द्विदलीय समझौता एक शर्त है। हान ने कहा, "मैं नए संवैधानिक न्यायालय के न्यायाधीशों की नियुक्ति के अपने निर्णय को तब तक रोक कर रखूंगा जब तक कि सत्तारूढ़ और मुख्य विपक्षी दल न्यायाधीशों के लिए नामांकित व्यक्तियों के संबंध में समझौता नहीं कर लेते।

 

Tags:

About The Author

Post Comment

Comment List

Latest News

पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का हुआ निधन पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का हुआ निधन
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का निधन हो गया है। उन्होंने दिल्ली के एम्स अस्पताल में आखीरी सांस ली। पूर्व प्रधानमंत्री...
बीकानेर रेल मंडल पर यात्रियों एवं व्यापारियों काे नई सौगात : तीव्र गति से हो रहा दोहरीकरण कार्य
राष्ट्रीय अश्व अनुसन्धान केंद्र को लगातार दूसरी बार नस्ल संरक्षण पुरस्कार
बीकानेर बंद सफल : खेजड़ी के पेड़ काटने और सरकार की ओर से कोई नीति नहीं बनाने का विराेध
राज्य सरकार साहिबजादों के नाम पर छात्रावास के लिए सिख समाज को आवंटित करेगी जमीन : मुख्यमंत्री भजनलाल
वनवासी कल्याण आश्रम के स्थापना दिवस पर ट्रैकसूट और साड़ियां वितरित
ट्रोला चालक ने बाइक सवार मजदूरों को उड़ाया : एक का सिर कुचला, दूसरा उछल कर गिरा