विभिन्न औद्योगिक संगठनों ने विद्युत शुल्क को कम करने पर डिस्कॉम्स का किया स्वागत

विद्युत दरों को कम करने तथा उनके सरलीकरण से प्रदेश के औद्योगिक विकास को मिलेगी गति
जयपुर, 12 अप्रेल। प्रदेश के विभिन्न औद्योगिक संगठनों ने राजस्थान डिस्कॉम्स द्वारा वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए प्रस्तुत टैरिफ याचिका में औद्योगिक उपभोक्ताओं के लिए विद्युत शुल्क को कम करने तथा उसे तर्कसंगत बनाने की दिशा में किए गए प्रस्तावों का स्वागत किया है। इन औद्योगिक संगठनों ने डिस्कॉम्स चेयरमैन को पत्र लिखकर याचिका के बिन्दुओं की सराहना की और कहा कि विद्युत दरों के सरलीकरण से प्रदेश में औद्योगिक क्षेत्र को नई गति मिलेगी।
विश्वकर्मा इंडस्ट्रीज़ एसोसिएशन के अध्यक्ष जगदीश सोमानी तथा महासचिव पुष्प कुमार स्वामी ने कहा कि डिस्कॉम द्वारा नियामक आयोग के समक्ष प्रस्तुत टैरिफ याचिका में पहली बार लगभग सभी श्रेणियों में विद्युत शुल्क कम करने का जनहितैषी निर्णय किया गया है। साथ ही, औद्योगिक श्रेणी के उपभोक्ताओं के लिए मल्टीपल स्लेब्स के स्थान पर विद्युत दरों में एकरूपता प्रदान की गई है। विद्युत शुल्क को एकीकृत करने का यह प्रस्ताव एक सराहनीय कदम है।
फेडरेशन ऑफ राजस्थान होटल एसोसिएशन्स के उपाध्यक्ष मुकेश अग्रवाल ने कहा कि डिस्कॉम्स द्वारा मध्यम श्रेणी के औद्योगिक उपभोक्ताओं के लिये विद्युत शुल्क की दरों को कम करके एकरूपता लाने का प्रयास सराहनीय है। इससे उपभोक्ताओं को बिजली खपत का वास्तविक भुगतान ही करना होगा। उन्होंने कहा कि टीओडी टैरिफ़ के माध्यम से होटल उद्योगों को बड़ी राहत मिलेगी।
सांगानेर कपड़ा रंगाई-छपाई एसोसिएशन के अध्यक्ष देवी शंकर खत्री ने कहा कि वृहद एवं मध्यम श्रेणी के औद्योगिक उपभोक्ताओं का विद्युत शुल्क कम करके एकरूपता का प्रस्ताव सराहनीय है। इससे प्रदेश औद्योगिक विकास की ओर अग्रसर होगा।
भिवाड़ी इंटीग्रेटेड इंडस्ट्रियल एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रवीण लांबा ने बताया कि वर्तमान मल्टीपल स्लैब संरचना को एकीकृत प्रणाली में लाने का प्रस्ताव दूरदर्शी तथा उपभोक्ता हितैषी निर्णय है। विद्युत दरों में कमी से औद्योगिक इकाइयों की परिचालन लागत में कमी आयेगी और राज्य के एमएसएमई सेक्टर को नया प्रोत्साहन मिलेगा।
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