मालवीय नगर विधानसभा से कौन होगा कांग्रेस प्रत्याशी?
राजस्थान में विधानसभा के चुनाव नजदीक आते की टिकट मांगने वालों की फेहरिस्त लंबी होती जा रही है जयपुर के मालवीय नगर विधानसभा क्षेत्र में लंबे समय से भाजपा ने कब्जा जमाया हुआ है ऐसे में कांग्रेस यह सीट छोड़ना नहीं चाहती, ऐसे में कांग्रेस भाजपा से यह सीट जीतने में पूरा जोर लगा रही है इस बार कांग्रेस ने मालवीय नगर विधानसभा क्षेत्र से युवा को मैदान में उतारने का मन बनाया है यहां से अध्यक्ष अर्चना शर्मा लगातार दो चुनाव हार चुकी है हालांकि इस बार हार का अंतर बहुत ही कम आया था लेकिन आलाकमान की गाइडलाइन के अनुसार दो बार चुनाव हार रहे उम्मीदवार को इस बार टिकट नहीं दिए जाने से अर्चना शर्मा के चुनाव लड़ने पर विराम लगता दिखाइ दे रहा है हालांकि अर्चना शर्मा के दिल्ली में काफी रसुखात हैं ऐसे में आलाकमान गाइडलाइन में बदलाव भी कर सकता है!
युवा नेता में ही विचार व्यास का नाम भी सामने है यह काफी समय से कांग्रेस से जुड़े हैं साथी उनके पिताजी के मुख्यमंत्री गहलोत से पारिवारिक रिश्ते होने का लाभ भी उन्हें मिल सकता है,विचार व्यास गांधी दर्शन एवं गांधीजी से जुड़े कई संस्थानों में कार्यरत हैं इसके अलावा मूल मालवीय नगर क्षेत्र के रहने वाले इन्होंने गांधी दर्शन के माध्यम से स्थानीय वासियों के लिए कई कार्य किए हैं यह अपने किए गए कार्यों के आधार पर अपनी दावेदारी जता रहे हैं!
दूसरी ओर व्यापार जगत से जुड़े पवन गोयल ने भी अपनी दावेदारी मालवीय नगर विधानसभा क्षेत्र से दर्शाइ है ,पवन गोयल होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष सहित कई व्यापार संगठनों से जुड़े हुए भी हैं उनके दिल्ली के राज नेताओं से अच्छे रसुखात हैं, साथ ही प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा से अच्छे संबंधों के कारण अपनी मजबूत दावेदारी कर पेश कर रहे हैं,पवन गोयल पिछले 25 सालों से कांग्रेस से जुड़े हुए हैं इसके अलावा इन्होंने कोरोना काल में सभी व्यक्तियों की आर्थिक सामाजिक एवं अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराई तथा जन सेवा में तत्पर रहे, इसके अलावा यह मालवीय नगर विधानसभा क्षेत्र के निवासी होने का इन्हें भरपूर लाभ मिलेगा, पवन गोयल कई सामाजिक संस्थाओं से जुड़े हुए हैं और व्यापारिक संगठन के पदाधिकारी वर्तमान समय में हैं इन सब का ख्याल रखते हुए उनकी दावेदारी मालवीय नगर विधानसभा क्षेत्र में जोरदार मानी जा रही है!
इन्हीं के साथ विप्र कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष महेश शर्मा मालवीय नगर विधानसभा क्षेत्र में पिछले दो चुनावों से अपने दावेदार दिखा रहे हैं ये सचिन पायलट खेमे के माने जाते हैं लेकिन गत चुनाव में पायलट इन को टिकट दिलाने में असफल रहे थे वहीं महेश शर्मा की दावेदारी इस बात से भी देखी जा रही है की पूर्व में संगठन के सचिव होने के कारण संगठन में इनकी काफी अच्छी पकड़ रही है इसके साथ ही इनका आमजन से जुड़ा बना हुआ है साथ ही इन्होंने क्षेत्र की जनता के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम किया है इससे इनकी दावेदारी को बल मिलता है!
इसके अलावा लघु उद्योग निगम के अध्यक्ष एवं उद्योगपति राजीव अरोड़ा मालवीय नगर विधानसभा से एक बार चुनाव लड़ कर हार चुके हैं, गत चुनाव में राजीव अरोड़ा ने आदर्श नगर विधानसभा क्षेत्र टिकट मांगा था आखिर समय में इनका टिकट काटकर रफीक खान को दिया गया और उन्होंने जीत हासिल कर ली और इस इस बार राजीव अरोड़ा मालवीय नगर विधानसभा। से अपना भाग्य आजमाने की दौड़ में शामिल हो गए हैं ये राज्य का मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नजदीकी माने जाते हैं लेकिन मुख्यमंत्री पारिवारिक रिश्तो को राजनीति से दूर रखते हैं यही कारण है कि इस बार मालवीय नगर से कांग्रेस का प्रत्याशी बनाने में मुख्यमंत्री राजीव अरोड़ा की कितनी मदद कर पाएंगे यह भविष्य के गर्त में है!
हालांकि राजीव अरोड़ा के दिल्ली आलाकमान से भी संपर्क में हैं इसी बल पर वे इस बार मालवीय नगर विधानसभा के सबसे मजबूत दावेदार के तौर पर सामने आ रहे हैं,राजीव अरोड़ा पंजाबी समाज से आते हैं!
इसके अलावा एडवोकेट सुशील शर्मा चुनाव में पिछले कई बार से अपनी दावेदारी दिखाते रहे हैं वे इस बार भी अपनी मजबूत दावेदारी दिखा रहे हैं!
यदि जयपुर में जातिगत समीकरण देखा जाए तो विद्याधर नगर से वैश्य समाज से सीताराम अग्रवाल का दावा सबसे मजबूत नजर आ रहा है ऐसे में जयपुर से दो सीटें वैश्य समाज को मिलेगी इसमें भी संशय नजर आ रहा है, वैश्य समाज के दूसरे बड़े दावेदार पवन गोयल हैं!
दूसरी और अर्चना शर्मा ब्राह्मण समाज से आती है और मालवीय नगर विधानसभा क्षेत्र में ब्राह्मण उम्मीदवारों की संख्या भी कम नहीं है, जिसमें महेश शर्मा , रवि जोशी ओर विचार व्यास के नाम प्रमुख हैं!
मालवीय नगर विधानसभा क्षेत्र ने जातीय समीकरण देखा जाए तो यह क्षेत्र महाजन ब्राह्मण और सिंधी पंजाबी जातियां इस क्षेत्र में निवास करती है इसके अलावा इस विधानसभा क्षेत्र में माली जाति निर्णायक भूमिका अदा करती है कांग्रेस इस बार माली प्रत्याशी को भी मैदान में उतारने के लिए विचार बना रही है इसके अलावा ब्राह्मणों में क्षेत्र से तीन उम्मीदवार मैदान में देखे जा रहे हैं जबकि पंजाबी समाज से एक उम्मीदवार अभी कांग्रेस के मैदान मे है,देखना यह है कि कांग्रेस किस जाति को प्राथमिकता देते हुए प्रत्याशी को मैदान में उतारती है
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