जयपुर के पूर्व पुलिस कमिश्नर बी एल सोनी उठाएंगे प्रदेश के युवाओं की आवाज
-बी एल सोनी ने युवा जागृति मंच के जरिए यंगेस्टर्स को काउंसलिंग देने की पहल के बारे में दी जानकारी।
जयपुर। मेरा दूर-दूर तक राजनीति में आने का कोई इरादा नहीं है,मैंने बस युवाओं की मदद के लिए कदम बढ़ाए हैं।
जब मैं सेवा में था तो अपराधी को बचाने के लिए कई लोग और फोन कॉल्स मेरे पास आते थे, लेकिन कोई ये नहीं बोलता था कि पीड़ित की सहायता करो।
किसी उसको न्याय दिलाओ। किसी भी उच्च स्तर से लेकर नीचे के स्तर तक कोई पीडित के लिए नहीं बोलता था। सहानुभूति को पीडित के साथ होनी चाहिए। इस बात का मुझे हमेशा रंज है। यह कहना था जयपुर के पूर्व पुलिस कमिश्नर बी एल सोनी का, जो युवाओं की हेल्प करने के इरादे के साथ युवा जागृति मंच लेकर आए और अपने अनुभव शेयर किए।
कार्यवाही नहीं होगी तो लोग आएंगे नहीं:
सोनी ने सर्विस के एक्सपीरियंस पर कहा, कि हमने हेल्प लाइन नंबर चलाए और गांव-गांव गए। हर संभाग में खुले मंच जनता को दिए। क्योंकि मेरा मानना है, कि कार्यवाही नहीं करेंगे तो लोग आएंगे नहीं। उनको रिजल्ट देना जरूरी है।
एजेंसी का मनोबल भी तभी बढ़ता है, जब कार्यवाही सही समय पर शुरू हो जाए।
युवाओं की लड़ाई लड़ेंगे:
उन्होंने कहा, इस मंच के जरिए हम युवाओं की काउसलिंग करेंगे और उनकी मदद की जाएगी। किसी भी प्रकार का वित्तिय सहयोग नहीं लेंगे किसी से नहीं लेंगे। हालाकि कोई भी आकर युवाओं के लिए सेमिनार कर सकता है। यंगेस्टर्स को मोटिवेट करना और उनके लिए लड़ना उदेश्य होगा। उनकी बातें सुनेंगे और समाधान निकालेंगे। साथ ही जिम्मेदारों से कहेंगे, कि उनके लिए काम करें और उनकी मदद करें।
सबके जीवन में आते हैं प्रलोभन:
उन्होंने कहा शुरू से देश भक्ति का जज्बा रहा। देश है तो सबकुछ है। प्रलोभन सबके जीवन में आते हैं, लेकिन जब तिरंगा की शपथ याद आती है तो कोई भी ऑफर हवा में उड़ जाता है। इसमें परिवार और मित्रों ने सहयोग किया, कि मैं सही रस्ते पर चल सकूं। सबसे बड़ा मोटिवेटर तिरंगा है।
बड़े-बड़ों पर की कार्यवाही:
सोनी ने बताया, ये ही कारण रहा कि हमने कितना ही बडा अफसर हो कार्यवाही की। कलेक्टर, एसपी, भारत सरकार के अफसर सबको पकड़ा। सूचना आने के बाद किसी बड़े अफसर की नहीं सुनी।
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