IAS और कोटा संभागीय आयुक्त राजेंद्र विजय के ठिकानों पर एसीबी का छापा
आय से अधिक संपत्ति रखने का मामला
राज्य सरकार ने किया राजेंद्र विजय को एपीओ
आईएएस और कोटा संभाग के संभागीय आयुक्त राजेंद्र विजय के ठिकानों पर एसीबी की रेड हुई है। आईएएस राजेंद्र विजय मूल रूप से दौसा जिले के दुब्बी गांव के रहने वाले हैं। एसीबी की टीम ने बुधवार 2 अक्टूबर की अल सुबह घर में दबिश दी। एसीबी की ओर से मिली सूचना के मुताबिक जयपुर, दौसा और कोटा स्थित ठिकानों पर एसीबी की कार्रवाई चल रही है। दौसा स्थित उनके पैतृक निवास पर परिवार का कोई भी सदस्य घर पर नहीं मिला। ऐसे में एसीबी वहां सर्च की कार्रवाई नहीं कर पाई है। एसीबी ने उनके मकान को सील कर दिया है।
वहीं अचानक हुई आय अधिक संपत्ति के मामले में कार्रवाई के बाद राज्य सरकार ने राजेंद्र विजय को एपीओ कर दिया है।
आईएएस राजेंद्र विजय कोटा जिले के संभागीय आयुक्त हैं और फिलहाल में कोटा के सर्किट हाउस में ही रह रहे हैं। ऐसे में एसीबी के सीनियर अधिकारी सर्किट हाउस पहुंचे हैं और सुबह 6 बजे से उनसे पूछताछ कर रहे हैं। एसीबी की एक टीम संभागीय आयुक्त के दफ्तर में भी मौजूद है। कार्यालय खुलने के समय से तीन घंटे पहले ही एसीबी ने संभागीय आयुक्त का दफ्तर खोला और सर्च की कार्रवाई शुरू की है। कोटा में उन्हें सिविल लाइंस का बंगला नंबर KR-4 अलॉट हो चुका है लेकिन अभी तक वे इस बंगले में शिफ्ट नहीं हुए हैं।
आईएएस राजेंद्र विजय प्रमोटी आईएएस हैं। उन्हें वर्ष 2010 का बैच मिला है। 7 दिन पहले ही 25 सितंबर को उन्होंने कोटा संभागीय आयुक्त का पदभार ग्रहण किया था। 17 दिन पहले उनका ट्रांसफर राजस्थान शहरी पेयजल सीवरेज एवं अवसंरचना निगम लिमिटेड में कार्यकारी निदेशक के पद पर किया गया था लेकिन 22 सितंबर को जारी ट्रांसफर लिस्ट में उन्हें कोटा का संभागीय आयुक्त बना दिया था। इससे पहले वे करीब 8 महीने तक नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले विभाग में स्पेशल सेक्रेटरी रहे !
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