हल्दी घाटी के मूल स्वरूप के संरक्षण पर केन्द्रीय मंत्री को लिखा पत्र
उदयपुर । राजस्थान के ऐतिहासिक हल्दी घाटी में निर्माणाधीन मेगा हाईवे को लेकर हल्दी घाटी दर्रे के मूल स्वरूप के संरक्षण को लेकर पिछले दिनों उठी चिंताओं को गंभीरता से लेते हुए राजसमंद सांसद महिमा कुमारी मेवाड़ और नाथद्वारा विधायक विश्वराज सिंह मेवाड़ ने केन्द्रीय मंत्री और राजस्थान की उपमुख्यमंत्री को पत्र लिखकर इस पर ध्यान आकृष्ट किया है।
सांसद महिमा कुमारी मेवाड़ ने भारत सरकार के पर्यावरण-वन मंत्री भूपेंद्र यादव को पत्र लिखकर परियोजना के कारण ऐतिहासिक स्वरूप को नुकसान की आशंका पर ध्यान आकर्षित किया है। उन्होंने राजस्थान सरकार द्वारा परियोजना की समीक्षा के लिए कार्य रोकने का स्वागत किया है, साथ ही यह भी कहा है कि जब भी निर्माण कार्य फिर शुरू हो, तो हल्दी घाटी के ऐतिहासिक और पर्यावरणीय महत्व को ध्यान में रखा जाए। उन्होंने नाथद्वारा विधायक विश्वराज सिंह मेवाड़ द्वारा लिखे गए पत्र का जिक्र करते हुए पुरजोर अनुरोध किया कि भविष्य में ऐसी परियोजनाओं की योजना बनाते समय सांस्कृतिक विरासत और पर्यावरणीय संतुलन का विशेष ध्यान रखा जाए।
इससे पूर्व, 7 दिसम्बर को नाथद्वारा विधायक विश्वराज सिंह मेवाड़ ने राजस्थान की उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी को पत्र लिखकर हल्दीघाटी दर्रे के ऐतिहासिक स्वरूप के संरक्षण की आवश्यकता पर बल दिया। विधायक मेवाड़ ने इसे स्थल को वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप और अकबर के बीच हुए ऐतिहासिक युद्ध का स्थल बताते हुए महत्वपूर्ण बताया है। विधायक ने कहा कि हल्दीघाटी को लेकर इतिहासविदों ने भी चिंता जाहिर की है। उन्होंने हल्दी घाटी के ऐतिहासिक महत्व को ध्यान में रखते हुए इस स्थल को संरक्षित किए जाने और इसे आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनाने की जरूरत बताई।
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