अजमेर हाई सिक्योरिटी जेल या हाई सुविधा जेल
जेल में सुविधाओं के बदले लाखों रुपए की वसूली, दो जेल प्रहरी सहित 11 गिरफ़्तार
अजमेर हाई सिक्योरिटी जेल अब हाई सुविधा जेल बनती जा रही है जी हां राजस्थान की सबसे सुरक्षित अजमेर हाई सिक्योरिटी जेल में बंद लॉरेंस गैंग के बदमाशों से मोबाइल और अन्य सुविधाओं के बदले हर माह लाखों रुपयों की वसूली का ख़ुलासा हुआ है कि इससे पूर्व भी मोबाइल तथा अन्य सामान पहुँचाने के लिए सुविधा शुल्क के नाम पर लाखों रुपये की वसूली के मामले सामने आते रहे हैं लेकिन सुविधा शुल्क वसूली का सिलसिला बदस्तूर जारी है अपराधी नए-नए हथकंडे अपनाकर जेल से ही अपना साम्राज्य चला रहे हैं, सुविधा शुल्क वसूलने वालों पर पुलिस कड़ी कार्रवाई करती है लेकिन अपराधीयों ने तू डाल-डाल मैं पात-पात की कहावत को चरितार्थ करते हुए प्रदेश की सबसे हाई सिक्योरिटी जेल को ही हाइ सुविधा जेल बना डाला है!
जयपुर की चित्रकूट पुलिस ने मामले का खुलासा कर दो जेल प्रहरियों समेत 11 लोगों को गिरफ्तारी किया है, इनकी गिरफ़्तारी से सुखदेव सिंह गोगामेड़ी हत्याकांड के आरोपी सुमित यादव को हथियार पहुँचाने की साज़िश नाकाम हो गई । जेल कर्मियों की पहचान डीडवाना निवासी पवन जांगिड़ और विक्रम सिंह के रूप में हुई है। आरोपियों से देशी कट्टा, कारतूस, चार मोबाइल. सहित अन्य सामान बरामद किया गया है। कमिश्नर बीजू जॉर्ज जोसफ ने बताया कि गोगामेड़ी हत्याकांड में शामिल लॉरेंस गैंग के बदमाशों ने जेल से जयपुर के व्यापारियों से फिरौती माँगी थी शिकायत पर एडिशनल कमिश्नर कैलाश विश्नोई और DCP वेस्ट अमित कुमार के नेतृत्व में टीम बनायी गई 2 माह की निगरानी में सामने आया कि बदमाशों को जेल कर्मी मोबाइल और अन्य सुविधाओं के बदले हर महीने लाखों रुपये की वसूली कर रहे हैं!
डीसीपी अमित कुमार ने बताया कि चित्रकूट पुलिस ने नीमराना निवासी विक्रम को हथियार और दो मोबाइल के साथ पकड़ा था विक्रम से पूछताछ में सामने आया कि दोनो मोबाइल अजमेर हाई सिक्योरिटी जेल में बंद सुमित यादव को देने थे, हथियार -बाइक जितेन्द्र चौधरी और राम स्वरूप ने दी थी,
रामस्वरूप पहले हत्या के मामले में जयपुर जेल में बंद था इसी दौरान उसकी सुमित से दोस्ती हुई थी, राम स्वरूप ने जेल में कैंटीन का सामान पहुँचाने वाले गंगा राम गुर्जर ,नरेश और साहिल से जेल प्रहरी पवन विक्रम के साथ सौदा तय हुआ, इसके बाद गोगामेड़ी हत्याकांड में शूटर रहे रोहित राठौड़ व नितिन फ़ौजी सहित अन्य बदमाशों को मोबाइल और अन्य सुविधाएँ मिलनी शुरू हो गई,16 मार्च को जेल प्रहरी विक्रम का मेड़ता ट्रांसफर हो गया इस दौरान बदमाशों ने जेल में CCTV कैमरे लगाने गए राकेश के साथ ड्रिल मशीन में मोबाइल रखकर भेज दिया!
गिरफ्तार आरोपी सुमित निवासी हरियाणा, विक्रम सिंह कोटपूतली, जीतराम चौधरी, साहिल शर्मा, राकेश जांगिड़ टोंक, गंगाराम गुर्जर अजमेर, मनोज सिंह भरतपुर, रामस्वरूप, नरेश बाड़मेर, जेलकर्मी विक्रम सिंह नागौर और पवन डीडवाना के हैं। कमिश्नर जोसफ का कहना है कि हमारी रडार पर कुछ जेलकर्मी और अधिकारी भी हैं।
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